प्रफुल्ल पटेल से मुलाकात पर क्या बोले अबू आजमी? NCP जॉइन करने के हैं कयास
AajTak
अबू आसिम आजमी ने एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद आजमी के पाला बदलने की अटकलें लगाई जा रही हैं. इस मुलाकात को लेकर अब अबू आसिम आजमी और प्रफुल्ल पटेल, दोनों ही नेताओं का बयान आया है.
लोकसभा चुनाव के बीच महाराष्ट्र में नेताओं का एक से दूसरे दल में जाने का सिलसिला जारी है. बाबा सिद्दीकी, मिलिंद देवड़ा, अशोक चव्हाण जैसे नेताओं ने कांग्रेस छोड़ सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के अलग-अलग घटक दलों का हाथ थाम लिया था. अब खबर है कि समाजवादी पार्टी (सपा) को भी बड़ा झटका लग सकता है. सपा विधायक और पूर्व राज्यसभा सांसद अबू आसिम आजम के भी पाला बदलने की चर्चा जोरो पर है. अबू आसिम ने एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से मुंबई स्थित उनके आवास पर पहुंचकर मुलाकात की है.
सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं की बैठक में अबू के एनसीपी में आने को लेकर बात हुई और यह करीब-करीब तय भी हो चुका है. आजमी और प्रफुल्ल पटेल, दोनों ने ही इस तरह के कयासों को खारिज किया है. आजमी ने कहा है कि यह मुलाकात बिजनेस से संबंधित थी. प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि आजमी के एनसीपी में शामिल होने को लेकर कोई बात नहीं हुई है. न तो आजमी ने इसे लेकर कुछ कहा और ना ही हमने यह सुझाव दिया.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में किसी एक पार्टी को क्यों नहीं मिलता बहुमत? अजित पवार ने समझाया सियासी समीकरण
गौरतलब है कि अबू आसिम आजमी मुंबई की मुस्लिम बाहुल्य मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा सीट से विधायक हैं. लंबे समय तक महाराष्ट्र सपा के अध्यक्ष रहे आजमी जिस मानखुर्द-शिवाजीनगर सीट विधायक हैं, वह मुंबई नॉर्थ ईस्ट लोकसभा क्षेत्र में आती है. विपक्षी महागठबंधन में हुए सीट बंटवारे के मुताबिक इस सीट से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार उतारेगी.
यह भी पढ़ें: अजित पवार की NCP ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र किया जारी, यशवंतराव चव्हाण के लिए 'भारत रत्न' की मांग करेगी पार्टी
सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी भी इस सीट पर उम्मीदवार उतारने की संभावनाएं तलाशने में जुट गई है. यह सीट उन सीटों में से एक है जहां उद्धव की पार्टी का मुकाबला बीजेपी से होना है. कांग्रेस के पूर्व विधायक और कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी ने भी हाथ का साथ छोड़कर अजित पवार की पार्टी का दामन थाम लिया था.
रायबरेली से नामांकन भरने के बाद राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया आई है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था. मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है. अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं. देखें ट्वीट में राहुल ने और क्या लिखा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को रायबरेली से नामांकन किया. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने आज ही सुबह प्रत्याशी का ऐलान किया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से कहा कि वह चुनावों के कारण अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर विचार कर सकता है.
राहुल गांधी ने रायबरेली से नामांकन किया. बीजेपी की ओर से तंज कसा जा रहा है कि राहुल गांधी दूसरी जगह भाग गए हैं. रायबरेली से जहां राहुल गांधी चुनावी मैदान में उतरे हैं, वहां उनके दादा फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ा था. इंदिरा गांधी ने भी यहां से चुनाव लड़ा था. लेकिन इस बार के चुनाव में क्या बड़ी चुनौती दे पाएंगे राहुल गांधी? देखें 'लंच ब्रेक'.