'पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम से लॉकडाउन हटा', राहुल गांधी का महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर तंज
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ईंधन के दाम अचानक बढ़ाए जाने को लेकर आज विपक्ष ने संसद में हंगामा किया और सदन से वॉकआउट कर दिया. फ्यूल प्राइस को लेकर संसद भवन में विपक्ष धरने पर बैठ गया है.
ईंधन की कीमतों में अचानक बढ़ोत्तरी किए जाने के लेकर, मंगलवार को संसद में विपक्ष का रुख आक्रामक रहा. बजट सत्र के दूसरे चरण के पांचवें दिन यानी मंगलवार को विपक्ष ने ईंधन की कीमतों को लेकर न सिर्फ लोकसभा और राज्यसभा से वॉकआउट किया, बल्कि संसद भवन में धरना प्रदर्शन भी किया.
ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ, टीएमसी सांसदों ने संसद भवन में विरोध प्रदर्शन किया. डोला सेन ने सदन में मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव भी पेश किया.
विपक्ष के हंगामे से राज्यसभा रही ठप
उधर राज्यसभा में सुबह से ही विपक्ष आक्रामक रूप से प्रदर्शन करता रहा, जिससे कामकाज प्रभावित रहा. 11 बजे शुरू हुए सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई, फिर 12 बजे, प्रश्नकाल शुरू होते ही सदस्यों ने फिर से हंगामा किया. विपक्ष लगातार तेल की कीमते कम करने को लेकर नारे लगा रहा था. कामकाज में व्यवधान के चलते राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
वहीं, लोकसभा में भी एलपीजी की कीमतों में बढ़ोत्तरी को लेकर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया.
राज्यसभा में कांग्रेस नेता और एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि करके मोदी सरकार गरीबों को लूटकर 10,000 करोड़ रुपये कमा रही है. कई लोग कहते हैं कि यूक्रेन-रूस संकट के कारण कीमतें बढ़ रही हैं, लेकिन पेट्रोलियम मंत्री के मुताबिक, हमने रूस से 1% भी कच्चा तेल नहीं खरीदा.
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