
पाकिस्तान के बाद PoK में भी मिला MPox का केस, सऊदी अरब से लौटा था शख्स
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एमपॉक्स वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति या जानवर के साथ संपर्क में आने से फैलता है. एमपॉक्स एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रामक त्वचा या मुंह या जननांगों जैसे अन्य घावों के सीधे संपर्क के माध्यम से फैल सकता है.
Mpox outbreak: दुनिया के कई देशों में एमपॉक्स (Mpox) वायरस बढ़ रहा है. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में भी इस वायरस का पहला केस सामने आया है. इसके बाद संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर चार हो गई है.
पीओके के रहने वाले 47 साल के शख्स में यह वायरस पाया गया है. यह शख्स हाल ही में सऊदी अरब के जेद्दा से पाकिस्तान लौटा था. एमपॉक्स के लक्षण के साथ इस शख्स को इस्लामाबाद के पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) में भर्ती किया गया था.
अस्पताल के डॉक्टर नसीम अख्तर ने बताया कि मरीज में मंकी पॉक्स के लक्षण थे. इस तरह के मरीजों को स्पेशल वॉर्ड में रखा जाता है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान में मंकी पॉक्स के तीन मामले सामने आए थे. ये सभी खैबर पख्तूनख्वाह से सामने आए थे.
डब्ल्यूएचओ ने एमपॉक्स को लेकर ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है. स्वास्थ्य एजेंसी ने इसे 'ग्रेड 3 इमरजेंसी' के रूप में वर्गीकृत किया था, जिसका मतलब है कि इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. बता दें कि एमपॉक्स वायरस के केस अभी तक अफ्रीका में ही मिले थे लेकिन अब इसके मामले अफ्रीका से बाहर भी मिलने लगे हैं.
एमपॉक्स क्या है?
एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति है. एमपॉक्स को पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था. इस वायरस की पहचान वैज्ञानिकों ने पहली बार 1958 में की थी जब बंदरों में 'पॉक्स जैसी' बीमारी का प्रकोप हुआ था.

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