पश्चिम बंगाल में नहीं बनी बीजेपी की सरकार तो देश की सुरक्षा को खतरा: अमित शाह
AajTak
असम के करीमगंज जिले में बीजेपी उम्मीदवार की कार से ईवीएम बरामद किए जाने के बाद राजनीति गरमा गई है और माहौल तनावपूर्ण हो गया है. बीजेपी उम्मीदवार की गाड़ी से ईवीएम पाए जाने पर उठे विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.
पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर अमित शाह ने आजतक के साथ खास बातचीत में कहा, देश के भविष्य के लिए पश्चिम बंगाल का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. पश्चिम बंगाल नॉर्थ-ईस्ट की एंट्री है और देश की सीमाएं भी यहां पर लगी हुई हैं. अगर यहां पर घुसपैठ रोकने वाली सरकार नहीं बनती है तो देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है. दूसरी चीज यहां पर 1977 से यहां पर असंतोष के भाव से ही सरकार चली हैं. भारत सरकार के साथ सहयोग नहीं करना. कलकत्ता बनाम दिल्ली की एक लड़ाई शुरू करना और बंगाल के विकास को रोकना. अमित शाह ने आगे उदाहरण के तौर पर समझाते हुए कहा कि जैसे प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी किसानों को प्रत्येक साल छह हजार रुपये दिया है. लेकिन यहां हम नहीं दे पा रहे हैं. क्योंकि हमें सूची ही नहीं भेजा गया है. पीएम मोदी ने देश के 60 करोड़ गरीबों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्चा देने का वादा किया है और दे भी रहे हैं. लेकिन यहां ऐसा नहीं हो पा रहा है क्योंकि यहां पर स्कीम को रोका हुआ है. शत प्रतिशत घरों में पानी पहुंचाने की योजना है. इसमें भी जीरो प्रोग्रेस है. तो बंगाल का विकास रुका हुआ है. एक जमाने में जीडीपी में बंगाल का सबसे बड़ा कंट्रीब्यूशन होता था. लेकिन आज सबसे नीचले पायदान पर है. इसलिए सभी दृष्टिकोण से देश के विकास के लिए बंगाल का चुनाव बेहद जरूरी है. और बंगाल में ऐसी सरकार का गठन होना जो विकास के अलावा कुछ और ना करे.जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.