
पनामा नहर पर ट्रंप की बुरी नजर, चीन ने खूब सुनाई खरी-खोटी
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पनामा में चीनी दूतावास ने बयान जारी कर नहर को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका को पनामा सहित लैटिन अमेरिका और कैरीबिया में अपने शोषणपूर्ण इतिहास पर गंभीरता से गौर करना चाहिए चीन पर बेतुके आरोप लगाकर बदनाम करना बंद करना चाहिए.
पनामा नहर (Panama Canal) पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पैनी नजर है. ट्रंप अपने कार्यकाल के शुरुआत से ही पनामा नहर पर अमेरिकी प्रभुत्व की बात कर रहे हैं. अमेरिका का कहना है कि पनामा में चीन का हस्तक्षेप बढ़ रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. लेकिन अब इस पूरे मामले पर चीन ने प्रतिक्रिया दी है.
पनामा में चीनी दूतावास ने बयान जारी कर नहर को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका को पनामा सहित लैटिन अमेरिका और कैरीबिया में अपने शोषणपूर्ण इतिहास पर गंभीरता से गौर करना चाहिए चीन पर बेतुके आरोप लगाकर बदनाम करना बंद करना चाहिए.
जारी बयान में कहा गया कि चीन ने कभी भी पनामा नहर के संचालन में दखल नहीं दिया और ना ही नहर के मामलों में हस्तक्षेप किया है. चीन हमेशा से पनामा की संप्रभुता का सम्मान करता है और यह स्वीकार करता है कि यह नहर एक स्थाई अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग है. दोनों देशों के राष्ट्रप्रमुखों के दौरों के दौरान इसे स्पष्ट रूप से आधिकारिक डॉक्यूमेंट में दर्ज किया गया है.
बता दें कि अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने पनामा दौरे पर मंगलवार को कहा था कि अमेरिका किसी भी सूरत में चीन के प्रभुत्व से पनामा नहर को लेकर रहेगा. हेगसेथ ने कहा था कि चीन को कभी भी पनामा नहर को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी.
डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिका की सत्ता संभाली है उनकी नजर पनामा नहर पर है. वह पहले भी इस बात के संकेत दे चुके हैं कि पनामा नहर पर अमेरिका अपना कब्जा जमाकर रहेगा. इस दिशा में अब उन्होंने कदम आगे बढ़ा भी दिए हैं.

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