न लोकसभा सदस्य, न राज्यसभा मेंबर, क्या संसदीय दल की नेता बनकर ममता ने बता दी 2024 की महात्वाकांक्षा?
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शुक्रवार को ममता बनर्जी को टीएमसी के संसदीय दल का नेता चुन लिया गया. राजनीति के लिहाज से ये एक बड़ा और अहम फैसला है. ये हैरान करने वाला भी है क्योंकि ममता न तो लोकसभा की सदस्य हैं और न ही राज्यसभा की. उसके बावजूद पार्टी ने उन्हें संसदीय दल का नेता चुना है.
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में बीजेपी (BJP) को हराने के बाद से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है. ममता की नजरें अब दिल्ली के सिंहासन पर भी हैं. और इसकी शुरुआत उसी दिन हो गई थी, जब सोमवार (26 जुलाई) को उन्होंने दिल्ली में कदम रखा था. ममता बनर्जी अब पूरे देश में 'खेला' करने की जुगत में हैं.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.