
नेपाल में डेढ़ क्विंटल सोना बरामद, तस्करी का मास्टरमाइंड चीनी नागरिक गिरफ्तार
AajTak
नेपाल के काठमांडू में तस्करी की जा रही सोने की बड़ी को पकड़ा गया है. रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने 155 किलो सोना बरामद किया है. मामले में अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. वहीं, कस्टम विभाग के दो कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया गया है. रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अधिकारी का कहना है कि नेपाल आने वाले सोने की खेप को भारत में विभिन्न रास्तों से भेजा जाता था.
नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोने की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है. बड़े पैमाने पर सोने की तस्करी की जा रही थी. त्रिभुवन एयरपोर्ट से कस्टम क्लीयरेंस के बाद एयरपोर्ट के बाहर रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने 155 किलो सोना बरामद किया है. इस मामले में अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जबकि कस्टम विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही सरकार ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक, बीते बुधवार को नेपाल के रेवेन्यू विभाग को एक गोपनीय सूचना मिली थी कि काठमांडू एयरपोर्ट से करीब एक क्विंटल सोना बाहर निकाला जा रहा है. इसके बाद रेवेन्यू विभाग के अधिकारी एयरपोर्ट पहुंचे, लेकिन पता लगा कि कस्टम क्लीयरेंस के बाद सोना एक टैक्सी में रख कर वहां से अभी-अभी निकल गया है. रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अधिकारी ने पुलिस की मदद से एयरपोर्ट के सारे रास्ते को सील कर दिया.
फिर सभी टैक्सी की तलाश ली जाने लगी. एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले मेन गेट के पास वो टैक्सी मिल गयी, जिसमें सोना रख कर बाहर निकाला जा रहा था. रेवेन्यू विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अगर 10 सेकेंड की भी देरी हुई होती, तो वो सोना उनकी पहुंच से बाहर हो जाता. पहले रेवेन्यू डिपार्टमेंट को सूचना मिली थी कि करीब 100 किलो सोने की तस्करी हो रही है. जब बरामद किया गया, तो 155 किलो सोना निकला.
फर्जी कंपनी बना कर की जा रही थी सोने की तस्करी
काठमांडू के ही त्रिभुवन एयरपोर्ट पर मजदूरी का काम करने वाले एक युवक के नाम पर पिछले महीने ही कंपनी रजिस्टर्ड किया गया था. इस कंपनी ने गाड़ियों के ब्रेक सूज का आयात करने की बात कही थी. सिंगापुर से भेजा गया सोना इसी ब्रेक सूज में रख कर भेजा जा रहा था. जांचकर्ताओं का अनुमान है कि सिर्फ सोने की तस्करी करने के उद्देश्य से ही इस फर्जी कंपनी रेडी ट्रेडर्स के जरिए पिछले एक महीने से लगातार सोने की तस्करी की जा रही थी.
चीनी नागरिक है मास्टरमाइंड

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







