'नाम, नमक, निशान, वफादारी और इज्जत का रखें ध्यान', देखें बेमिसाल योद्धा Bipin Rawat की खूबियां
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देश, देशवासियों की रक्षा के लिए ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र और आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशनों के विशेषज्ञ वो जनरल बिपिन रावत ही थे, जिन्होंने इक्कीसवीं सदी में सीमा पार जाकर दुश्मन को उनके नापाक हरकत का अंजाम सिखाना शुरु किया. बता दें आतंक विरोधी अभियान में दो कदम आगे बढ़कर फैसले लेने वाले ये जनरल बिपिन रावत ही थे, जिन्होंने पूर्वोत्तर में पहले बड़े ऑपरेशन अंजाम दिए. बात जून 2015 की है. मणिपुर में आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद 21 पैरा कमांडो के जवानों ने सीमापार जाकर म्यांमार में आतंकी संगठन के दहशतगद्रों को ढेर किया था. सीमा पार म्यांमार में ऑपरेशन करने वाली 21 पैरा कमांडो तब थर्ड कॉर्प्स के अधीन थी. जिसके कमांडर थे बिपिन रावत.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.