देश में तेजी से बढ़ रहे जॉम्बी मॉल, दिल्ली-NCR टॉप पर... जानिए इस बढ़ते संकट का कारण
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एक सर्वे आया है, जिसके मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में 21 शॉपिंग कॉम्प्लेक्स जॉम्बी मॉल में बदल चुके! इन्हें डेड मॉल भी कहते हैं. पूरे देश में तेजी से ऐसे जॉम्बी शॉपिंग सेंटर बढ़ रहे हैं जो सूने पड़े रहते हैं. ये चलन अमेरिका में भी दिख रहा है, जहां 68 फीसदी से ज्यादा आबादी किसी डेड मॉल के आसपास रहती है.
लंदन की रियल एस्टेट कंसल्टेंसी- नाइट फ्रैंक, जो पूरी दुनिया में काम करती है, उसने भारत में हाल में एक सर्वे किया. उसकी रिपोर्ट थिंक इंडिया थिंक रिटेल 2024 नाम से आई. ये कहती है कि देशभर में जॉम्बी या गोस्ट मॉल बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं. लंबे-चौड़े ये कॉम्प्लेक्स खाली पड़े रहते हैं, दुकानें तो होती हैं, लेकिन आता-जाता कोई नहीं. साल 2023 में ऐसे भुतहा मॉलों की संख्या 57 से बढ़कर 64 हो गई.
क्या है गोस्ट या डेड मॉल इसे जॉम्बी मॉल भी कहते हैं, जहां आने-जाने वाले बेहद कम होते हैं. ऐसा हमेशा से नहीं होता, लेकिन वक्त के साथ कुछ न कुछ ऐसा होता है कि मॉल खाली रहने लगते हैं. बाजार की बोली में समझें तो जॉम्बी मॉल में कम फुटफॉल के साथ-साथ 40 प्रतिशत दुकानें खाली रहती हैं.
क्या कहता है सर्वे
नाइट फ्रैंक ने 29 टॉप शहरों में ये सर्वे किया. इस दौरान 340 शॉपिंग सेंटरों की पड़ताल हुई. इसमें पता लगा कि 8 शहरों में ऐसे 64 मॉल्स हैं, जो लगभग खाली पड़े रहते हैं. इसमें दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा 21 मॉल्स जॉम्बी हो चुके, जिसके बाद बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता का नंबर है. पांचवे नंबर पर हैदराबाद है, जहां 5 ऐसे शॉपिंग सेंटर हैं. लेकिन वहां जॉम्बी मॉल्स की संख्या कम हो रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, 13.3 मिलियन वर्ग फुट शॉपिंग स्पेस वाले लगभग 64 शॉपिंग मॉल खाली हैं, जिसकी वजह से साल 2023 में डेवलपर्स को 6,697 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. बहुत से छोटे मॉल अब बंद हो रहे हैं. या उन्हें तोड़कर नए स्ट्रक्चर बनाए जाने लगे.
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