देश के कई राज्यों में बारिश ने बढ़ाई मुसीबत, दिल्ली में यमुना फिर उफान पर, गुजरात-महाराष्ट्र में 'जल सैलाब'
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और देश के कई हिस्सों में बारिश मुसीबत बनी हुई है. कर्नाटक और केरल के कुछ जिलों में भारी बारिश को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा राजधानी दिल्ली में यमुना का बढ़ा हुआ जलस्तर भी मुसीबत बन रहा है. ऐहतियात के तौर पर दिल्ली में पुराने लोहा पुल को बंद कर दिया गया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश और यमुना का बढ़ा हुआ जलस्तर चिंता का विषय बना हुआ है. दिल्ली में लोहे का पुराना पुल बंद कर दिया गया है. यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के बीच एक बार फिर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भी खतरा मंडराने लगा है. पिछली बार यमुना में बाढ़ का पानी वजीराबाद, चंद्रावाल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भर जाने की वजह से बंद करना पड़ा था और दिल्ली के कई इलाकों को पानी सप्लाई की दिक्कत झेलनी पड़ी थी. लेकिन एक बार फिर से बाढ़ के खतरे की दस्तक है और सबक लेते हुए दिल्ली सरकार ने सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की दीवारों को ऊंचा किया है.
रविवार को दिल्ली के बाढ़ एवं सिंचाई विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया. पिछली बार यमुना का पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के भीतर आ जाने की वजह से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ा था. सौरभ भारद्वाज ने बताया कि एक बार फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है और इस वक्त यमुना का जलस्तर 206 मीटर से ऊपर है जो कि खतरे के निशान से ऊपर है. जानकारियां मिल रही हैं कि हथिनीकुंड बैराज से 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा क्षमता के साथ पानी छोड़ा जा रहा है.
इस बार नहीं बंद होंगे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट!
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछली बार यह स्तर 208 मीटर के ऊपर तक गया था, जिसके कारण वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, ओखला ट्रीटमेंट प्लांट और चंद्रावल ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ा था. जिसके कारण दिल्ली में उत्पादित होने वाले पानी का लगभग 25% उत्पादन बाधित हुआ था. पिछली बार की परेशानियों को देखते हुए इस बार दिल्ली सरकार ने काफी तैयारियां की हैं. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के आसपास की सभी दीवारों को ऊंचा कर दिया गया है, ताकि इस बार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अंदर पानी ना जा सके. इस बार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के आसपास की दीवारों को इतना ऊंचा कर दिया गया है कि यदि यमुना का जलस्तर 209 मीटर तक भी हो जाए, जो कि संभव नहीं है, बावजूद इसके पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अंदर नहीं घुस पाएगा और इस बार वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों को बंद करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस समय सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं. यमुना में जलस्तर बढ़ने के कारण पीछे से पानी के साथ पेड़, पौधे और कुछ गंदगी जो बह कर आ रही है, कई बार वह मोटर में आकर फंस जाती है. ऐसे में जो गोताखोर हैं वह लगातार उसकी सफाई के काम में लगे हुए हैं. लेकिन अभी तक इस प्रकार की कोई परेशानी नहीं देखने में आई है, जिसकी वजह से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़े और आशा है कि आगे भी ऐसी कोई परेशानी नहीं आएगी. फिलहाल सभी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहे हैं.
तेजी से बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और अपनी पार्टी के इकलौते सांसद जीतन राम मांझी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. 44 सालों के पॉलिटिकल करियर में मांझी राज्य सरकार में कई बार मंत्री बन चुके हैं लेकिन पहली बार वो मोदी सरकार में मिनिस्टर बने हैं. मांझी ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर इस बार गया (रिजर्व सीट) से चुनाव लड़ा था और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता था.