दिल्ली में 62 साल के पुजारी की पीट-पीटकर हत्या, आरोपी को भी भीड़ ने पीटकर किया घायल
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पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. शुरुआती जांच पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी की मानसिक हालत ठीक नहीं है. फिलहाल, पुजारी की पिटाई के कारणों के संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है.
नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के सोनिया विहार में 62 साल के पुजारी की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया है. घटना एक दिन पहले की है. गंभीर रूप से घायल पुजारी को इलाज के लिए जेपीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया गया था. देर शाम इलाज के दौरान पुजारी ने दम तोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह करीब 5 बजकर 40 मिनट पर सोनिया विहार पुलिस स्टेशन को सूचना मिली कि एक पुजारी की एक युवक ने जमकर पिटाई की है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने घायल पुजारी को जेपीसी अस्पताल में भर्ती कराया. जांच पड़ताल के दौरान घायल की पहचान सोनिया विहार निवासी 62 साल के सोनी राम के रूप में हुई.
आसपास के लोगों ने आरोपी की भी की पिटाई
आसपास के लोगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि सोनू भट्ट नाम के एक शख्स ने पुजारी सोनी राम की पिटाई की थी, जिसके बाद आसपास के लोगों ने भी आरोपी सोनू भट्ट की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान सोनू भट्ट भी गंभीर रूप से घायल हो गया. फिलहाल, सोनू को इलाज के लिए दिल्ली सिविल लाइंस के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है.
उधर, पिटाई में गभीर रूप से घायल सोनी राम की हालत को देखते हुए जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया. पुलिस ने घायल सोनी राम से बयान लेना चाहा लेकिन वह बयान देने की हालत में नहीं थे. बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान देर शाम सोनी राम ने दम तोड़ दिया.
मारपीट के कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.