
दस का दम से बिग बॉस तक, कैसे टीवी ने सलमान खान को बनाया भारत का चहेता स्टार
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बड़े पर्दे पर सलमान खान सुपरस्टार हैं, मगर टीवी पर वो हमारे हो गए. आज सलमान खान के 60वें जन्मदिन पर, नजर डालते हैं उनकी टीवी इंडस्ट्री के सफर पर, जिसने उन्हें फैंस के और करीब लाया और उन्हें देश का सबसे प्यारा चहेता बना दिया.
सलमान खान को टेलीविजन पर देखने में कुछ ऐसा है जो सिनेमा अकेला कभी हासिल नहीं कर सका. बड़े पर्दे पर वे हमेशा लार्जर देन लाइफ रहे हैं. भले ही वो उदास प्रेमी के रूप में हों, गुस्से वाले पुलिसवाले या फिर कभी न हारने वाले हीरो के रूप में. लेकिन टीवी पर सलमान हमारे हो गए. टीवी पर वो परिचित हैं, पहुंच योग्य हैं और उस बड़े भाई जैसे जिनकी बात सभी सुनते हैं. आज सलमान खान के 60वें जन्मदिन पर, नजर डालते हैं उनकी टीवी इंडस्ट्री के सफर पर, जिसने उन्हें फैंस के और करीब लाया और उन्हें देश का सबसे प्यारा चहेता बना दिया.
ऐसे शुरू हुआ सलमान का सफर
जब सलमान 2008 में 'दस का दम' के साथ पहली बार भारतीय घरों में घुसे, तो वे खुद को नया रूप देने की कोशिश नहीं कर रहे थे. उनकी खुद की मानें तो वे डरे हुए थे. टेलीविजन में मिथक के पीछे के असली इंसान को बेनकाब करने की ताकत होती है, और सलमान इसे जानते थे. सालों बाद उन्होंने खुलकर कबूला कि बिना किसी किरदार की सुरक्षात्मक ढाल के जज किए जाने का विचार उन्हें परेशान कर रहा था. उनके पिता सलीम खान की सलाह सरल और बिल्कुल बेबाक थी. उन्होंने कहा था- 'अगर लोग आपको स्वीकार कर लें तो अच्छा, नहीं करेंगे तो कम से कम पता तो चलेगा'. किसी ने नहीं सोचा था कि भारत उस कमजोरी को इतनी गर्मजोशी से अपनाएगा.
सलमान ने एक प्यारी-सी कहानी शेयर की थी, जो टीवी ने उनके स्टारडम में लाए बदलाव को बखूबी बयां करती है. शो लॉन्च होने के कुछ महीने बाद सलमान अपनी फिल्म 'वॉन्टेड' की शूटिंग पनवेल में कर रहे थे. वो रोज की तरह सुबह अपनी दौड़ पर निकले. उन्होंने बताया था, 'वह फार्महाउस मैंने प्यार किया के रिलीज से ही वहां है, लेकिन अचानक एक बूढ़ी अम्मा मेरे पास आईं और बोलीं, 'दस का दम हो ना?' और उस आठ किलोमीटर की दौड़ में पूरा कस्बा फोटो खिंचवाने आ गया, कहते हुए 'दस का दम'. उस दिन मुझे सच में बहुत अच्छा लगा, और मुझे एहसास हुआ कि लोग मेरे किरदार प्रेम, राजा, अर्जुन, समीर भूल गए हैं और अब मुझे मेरे असली नाम से जानते हैं.'
बिग बॉस को मिली नई पहचान
वह स्वीकारिता और प्यार तब और मजबूत हुआ, जब 2010 में वे 'बिग बॉस 4' के होस्ट बनकर आए. पिछले 15 सालों में सलमान ने शो को सिर्फ होस्ट नहीं किया, बल्कि उसे संभाला है. फॉर्मेट बदले, कंटेस्टेंट आए-गए, विवाद उभरे और शांत हुए, लेकिन मेकर्स (और दर्शकों) के लिए एकमात्र अटल चीज रही है सलमान खान. इंडस्ट्री में अक्सर कहा जाता है कि सलमान के बिना बिग बॉस की कल्पना नहीं की जा सकती, और हम इससे पूरी तरह सहमत हैं. उनकी मौजूदगी सिर्फ रेटिंग्स के लिए नहीं है; ये अधिकार, परिचय और विश्वास की है. जब सलमान बोलते हैं, तो लोग सुनता है- कंटेस्टेंट और दर्शक दोनों.













