
दरभंगा: छात्राओं को अश्लील तस्वीर भेजने के आरोप में LNMU के प्रोफेसर पर गिरी गाज, सस्पेंड
AajTak
छात्राओं को अश्लील तस्वीर भेजने के आरोप में ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार को निलंबित कर दूसरे कॉलेज में तबादला कर दिया गया है.
बिहार के दरभंगा में छात्राओं को अश्लील तस्वीर भेजने के आरोप में ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार पर विश्विद्यालय प्रबंधन ने कड़ी कार्रवाई की है. अखिलेश कुमार को यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग से हटा दिया गया है, साथ ही उनका तबादला समस्तीपुर कर दिया गया है.
इस एक्शन की पुष्टि करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉक्टर मुश्ताक अहमद ने बताया कि छात्राओं के आरोप गंभीर हैं. जांच को किसी भी तरह से आरोपी प्रभावित न करे, इसलिए उन्हें हिंदी विभाग से हटाकर उनका तबादला ससमस्तीपुर एल.के.बी.डी. कॉलेज कर दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. दो से तीन दिनों में जांच रिपोर्ट आ जाएगी. आरोप साबित होने पर प्रोफेसर के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि, अखिलेश कुमार के तबादले से छात्र खुश नहीं हैं और वे उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं. हिंदी विभाग के छात्र विकास यादव ने बताया कि आरोपी प्रोफेसर शिकायत करने वाले छात्रों के परिजनों को लगातार फोन कर अब भी धमका रहे हैं. साथ ही उन्हें शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं.
बता दें कि हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार पर उनके ही विभाग के स्टूडेंट्स ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह देर रात छात्राओं को फोन कर गंदी बाते करते हैं. वह छात्राओं को रात में घर आने की भी बात करते हैं. बात नहीं मानने पर परीक्षा परिणाम में अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हैं. छात्रों ने सबूत के तौर पर दिखाया था कि कैसे अखिलेश कुमार खुद की अर्धनग्न तस्वीर छात्राओं को भेजते है. व्हाट्सएप पर उल्टी-सीधी बातें लिख भेजते रहते हैं.
हालांकि, अखिलेश कुमार ने अपने ऊपर लगे आरोप को झूठा बताया है. उन्होंने यूनिवर्सिटी के कुछ लोगों द्वारा शाजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की बात कही है. उन्होंने किसी का नाम नहीं बताया, लेकिन जांच में सभी तरह के सहयोग करने की बात कही है.

पांच दिनों से जारी बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द और देरी के बाद DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोर्केरास को 24 घंटे में जवाब देने का नोटिस भेजा है. इंडिगो ने कहा कि नेटवर्क रीबूट के लिए उड़ानें कम करनी पड़ीं, लेकिन अब 95% कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है. एयरलाइन ने यात्रियों से माफी मांगी है.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.











