तंगी ऐसी कि सड़कों पर घर का सामान बेचने के लिए मजबूर हुए अफगान
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अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है. जानकारों के मुताबिक ये गुस्से की महज शुरूआत है. हालात और बिगड़ सकते हैं. एक महीने के भीतर अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति बदहाल हो चुकी है. लोगों के पास नौकरी नहीं, पैसे नहीं हैं. लोग अपना घरेलू सामान बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं. काबुल में एक महीने बाद तस्वीरें तो कुछ बदली हैं लेकिन अफगानियों की किस्मत नहीं बदली. काबुल की सड़कों पर तालिबानी गार्ड पूरे शहर में तैनात हैं. गाड़ियों की आवाजाही सामान्य नजर आ रही है लेकिन सड़कें हों या बाजार भीड़ या रौनक कहीं नजर नहीं आ रही है. लोगों के पास काम नहीं और हर कोई अपने भविष्य को लेकर परेशान है. देखें ये वीडियो.
भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
इजरायल ने रफा में हमास के ठिकानों पर रविवार को हवाई हमला किए हैं. इजरायली सेना के इस हमले में कम से कम 35 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं. गाजा में हमास द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा, हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.