
टैरिफ वॉर के बीच निर्मला सीतारमण 6 दिन के यूरोप दौरे पर लंदन में, फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत आगे बढ़ाएंगी
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ब्रिटेन और ऑस्ट्रिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान वित्तीय मामलों पर होने वाली मीटिंग और द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगी. उनकी कोशिश भारत में निवेश को बढ़ावा देने पर होगा. इस दौरान वित्त मंत्री कई अलग-अलग चर्चाओं में हिस्सा लेंगी, जहां निवेशकों को भारत में निवेश के लिए प्रेरित करने की कोशिश की जाएगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज से एक सप्ताह के लिए विदेश दौरे पर रवाना हुई हैं. वह 8-13 अप्रैल तक ब्रिटेन और ऑस्ट्रिया की यात्रा करेंगी. इस दौरान वे दोनों देशों में मंत्री स्तरीय द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेंगी. वित्त मंत्री का यह दौरा कई मायनो में अहम है, जब पूरी दुनिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ-ट्रेड वार से हाहाकार मची है.
वित्त मंत्री सीतारमण 13वें भारत-ब्रिटेन इकोनॉमिक एंड फाइनेंशियल डायलॉग (13th EFD) में हिस्सा लेंगी, जो कि लंदन में 9 अप्रैल के लिए शेड्यूल है. इस दौरान उनकी निवेशकों, व्यापारिक नेताओं से बातचीत होगी.
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EFD बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगी वित्त मंत्री
13th EFD की सह-अध्यक्षता भारत की वित्त मंत्री और यूके के चांसलर द्वारा की जाएगी. यह एक अहम द्विपक्षीय मंच है जहां फाइनेंशियल कोलेबोरेशन, इन्वेस्टमेंट, फाइनेंशियल सर्विसेज, टैक्स के मामलों सहित विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाता है. इस मंच पर यूपीआई इंटरलिंक करने के मामलों पर भी वित्त मंत्री चर्चा करेंगी.
भारत इस मंच पर IFSC GIFT सिटी, निवेश, बीमा और पेंशन क्षेत्रों में सहयोग, फिनटेक और डिजिटल अर्थव्यवस्था, और स्थायी जलवायु फंड जुटाने पर जोर देगा. वित्त मंत्री और यूके के चांसलर विभिन्न रिपोर्ट्स और नई पहलों का ऐलान भी करेंगे.

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भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

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