
जेलेंस्की को सेना का आकार बढ़ाने के लिए मना रहे बाइडेन, भर्ती की उम्र 18 साल करने का दिया सुझाव
AajTak
बाइडेन प्रशासन का मानना है कि यूक्रेन के पास वे हथियार हैं जिनकी उसे जरूरत है और अब अगर उसे रूस के साथ लड़ाई में बने रहना है तो उसे अपने सैनिकों की संख्या में बड़ी वृद्धि करनी होगी. अधिकारी ने कहा कि यूक्रेनियन मानते हैं कि उन्हें लगभग 1,60,000 अतिरिक्त सैनिकों की आवश्यकता है, लेकिन अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि उन्हें शायद इससे भी अधिक की जरूरत होगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन यूक्रेन से आग्रह कर रहा है कि वह अधिक सैनिकों की भर्ती करके और 18 वर्ष तक के लोगों की भर्ती को अनुमति देकर अपनी सेना का आकार जल्द से जल्द से बढ़ाए.
बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि निवर्तमान डेमोक्रेटिक प्रशासन चाहता है कि यूक्रेन युद्ध लड़ने वाले सैनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए लामबंदी की उम्र को वर्तमान 25 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दिया जाए.
यूक्रेन को चाहिए और अधिक सैनिक
अधिकारी ने कहा कि सरल शब्दों में यूक्रेन की स्थिति अब यह है कि उसे लड़ाई में और अधिक सैनिकों की जरूरत है. अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में यूक्रेन रूस की बढ़ती सेना के साथ लड़ते हुए अपने युद्धक्षेत्र के नुकसान की भरपाई के लिए पर्याप्त सैनिकों को न जुटा पा रहा है और न ही ट्रेनिंग दे पा रहा है.
फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण की शुरुआत के बाद से व्हाइट हाउस ने यूक्रेन को 56 अरब डॉलर से अधिक की सुरक्षा सहायता दी है. उम्मीद है कि बाइडेन के कार्यालय छोड़ने से पहले कीव को अभी कई अरब डॉलर और भेजे जाएंगे.
लड़ाई में बने रहने के लिए चाहिए बड़ी सेना

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







