जलवायु परिवर्तन से येलोस्टोन की बर्फ कम हो रही है, जल और वन्य जीवन के लिए खतरा: रिपोर्ट
ABP News
ग्रेटर येलोस्टोन क्षेत्र में उत्तर पश्चिमी व्योमिंग में दो करोड़ 20 लाख एकड़ और मोंटाना और इडाहो के हिस्से शामिल हैं. गीजर और गर्म झरने के अलावा, यह बहुत से वन्यजीवों का घर है, जिनमें से कुछ लंबे समय से यहां यह रहे प्रवासी हैं तो कुछ आते जाते रहने वाले घुमंतू जीव है. इस क्षेत्र में वह स्थान भी है, जहां पश्चिमी अमेरिका की तीन प्रमुख नदी घाटियां मिलती हैं.
जब आप येलोस्टोन नेशनल पार्क और उसके निकटवर्ती ग्रैंड टेटन के बारे में सोचते हैं तो बर्फ से ढकी विशाल चोटियां और ओल्ड फेथफुल गीजर निश्चित रूप से दिमाग में आते हैं, लेकिन यह चिंता की बात है कि जलवायु परिवर्तन से इन सभी कुदरत के अजीम शाहकारों में बदलाव आने का खतरा है और इसका प्रभाव सिर्फ इस पार्क की सीमा और उसके आसपास ही नहीं बल्कि बहुत दूर तक होगा. दो राष्ट्रीय उद्यानों और आसपास के जंगलों और खेतों में जलवायु परिवर्तन का एक नया आकलन महत्वपूर्ण परिवर्तनों की आशंका की चेतावनी देता है क्योंकि इस क्षेत्र में गर्मी बढ़ने का क्रम जारी है. 1950 के बाद से, ग्रेटर येलोस्टोन क्षेत्र में औसत तापमान 2.3 डिग्री फ़ारेनहाइट (1.3 सेल्सियस) बढ़ गया है, और संभावित रूप से अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इस क्षेत्र में वार्षिक बर्फबारी का एक चौथाई हिस्सा कम हो गया है. 1986-2005 के औसत की तुलना में 2061-2080 तक इस क्षेत्र के 5-6 फ़ारेनहाइट गर्म होने का अनुमान है, और सदी के अंत तक 10-11 फ़ारेनहाइट तक, इससे येलोस्टोन के आसपास का क्षेत्र भी अपने बर्फ के भंडार गंवाने की ओर अग्रसर है. वहां बर्फ कम होने का नुकसान पारिस्थितिकी तंत्र और वन्यजीवों की एक विशाल श्रृंखला के साथ-साथ शहरों और खेतों को भी उठाना पड़ सकता है, जो इन पहाड़ों में शुरू होने वाली नदियों पर निर्भर हैं.More Related News