चीन के कर्ज के जाल में कैसे फंसता चला गया पाकिस्तान? बचने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान लीज पर देगा!
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पाकिस्तान पर चीन का कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि चीन का कर्ज उतारने के लिए पाकिस्तान गिलगित-बाल्टिस्तानको लीज पर दे सकता है. ऐसा ही कुछ श्रीलंका ने 2017 में किया था. तब श्रीलंका ने चीन का कर्ज उतारने के लिए हम्बनटोटा बंदरगाह उसे 99 साल की लीज पर दे दिया था.
2008 में श्रीलंका के हम्बनटोटा में एक बंदरगाह बनाने का काम शुरू हुआ. श्रीलंका ये बंदरगाह चीन की मदद से बना रहा था. इसके लिए चीन से भारी कर्ज लिया गया. 2017 आते-आते चीन के कर्ज में दबे श्रीलंका की हालत बिगड़ गई. इसके बाद श्रीलंका ने हम्बनटोटा बंदरगाह को 99 साल की लीज के लिए चीन को दे दिया. बदले में श्रीलंका को 1.1 अरब डॉलर का कर्ज लौटाने में छूट मिली.
ये महज एक उदाहरण है, जो बताता है चीन कैसे पहले किसी छोटे देश को कर्ज के जाल में फंसाता है और फिर उसके इलाकों को हड़पना शुरू कर देता है.
पांच साल पहले चीन ने जो श्रीलंका में किया था, अब वैसा ही कुछ पाकिस्तान के साथ होने जा रहा है. जैसे चीन ने कर्ज देकर श्रीलंका का हम्बनटोटा बंदरगाह हड़प लिया था, वैसे ही अब गिलगित-बाल्टिस्तान भी हड़प सकता है. ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान अपना कर्ज उतारने के लिए चीन को गिलगित-बाल्टिस्तान लीज पर दे सकता है.
कराकोरम नेशनल मूवमेंट के अध्यक्ष मुमतान नागरी ने अल अरबिया पोस्ट को कुछ दिन पहले बताया था कि पाकिस्तान अपना कर्ज उतारने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान को चीन को लीज पर दे सकता है. उन्होंने आशंका जताई कि अलग-थलग पड़ा गिलगित-बाल्टिस्तान आने वाले समय में जंग का मैदान बन सकता है.
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ऐसा कितना कर्ज है पाकिस्तान पर?
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