
चिनाब का पानी रोकने से सूखने लगा पाकिस्तान का गला, अब आने वाली है ज्यादा बड़ी मुसीबत!
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अगर भारत पश्चिम की ओर बहने वाली पाकिस्तान की नदियों पर अपना कंट्रोल मजबूत कर देता है और मौजूदा हालात बने रहते हैं, तो खरीफ सीजन के दौरान पाकिस्तान को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ सकता है. यही नहीं अगर भारत ने अचानक पानी छोड़ दिया तो पड़ोसी देश में बाढ़ आ जाएगी.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने का वक्त अब आ चुका है. भारत पहले ही सिंधु जल समझौता सस्पेंड कर चुका है और अब चिनाब नदी पर बने बगलिहार और सलाल बांध के गेट बंद कर दिए गए हैं. इससे सिंधु नदी सिस्टम के तहत पाकिस्तान को जाने वाला चिनाब का पानी पूरी तरह से रुक चुका है और पड़ोसी मुल्क का गला सूखने लगा है.
चिनाब में सिर्फ 2 फीट पानी
बीते दिनों पहाड़ों पर लगातार बारिश के बाद ज्यादा पानी जमा हो गया. उस दौरान सालार डैम के कई गेटों को खोल दिया गया था, लेकिन अब एक बार फिर सरकार ने पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को पूरी तरह से रोक दिया है. वहीं, रामबन में बगलिहार बांध के गेट बंद होने के बाद चिनाब नदी का बहाव काफी कम हो गया है.
एक्सपर्ट का मानना है कि चिनाब का पानी कम होने से पाकिस्तान की कृषि और पर्यावरण दोनों पर बुरा असर पड़ सकता है. स्थानीय लोगों के अनुसार, नदी का जलस्तर कभी 25-30 फीट तक पहुंच जाता था, अब मुश्किल से 2 फीट पानी के साथ बह रही है. अब पानी हटने के बाद पथरीली जमीन और नदी के रास्ते में रखे पत्थर साफ देखे जा सकते हैं.
पाकिस्तान में फसलें बर्बाद
'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की ओर से पाकिस्तान में दाखिल होने वाली चिनाब और अन्य नदियों के पानी को रोका जा रहा है. इसके बाद इस्लामाबाद की सिंधु नदी सिस्टम अथॉरिटी (IRSA) सलाहकार समिति ने इसपर चिंता जताई है. आईआरएसए का कहना है कि इससे पाकिस्तान के शुरुआती खरीफ सीजन में 21 फीसदी पानी की कमी हो सकती है, जिससे फसल को भारी नुकसान हो सकता है.

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