ग्रामीण आबादी के 62.3% में कोरोना संक्रमण के सबूत मिले: WHO-AIIMS सीरोप्रवलेंस सर्वे
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दक्षिणी दिल्ली के शहरी क्षेत्र में पुनर्वास कॉलोनी, जहां घनी आबादी है, दूसरी लहर से पहले भी 74.7% की सीरोप्रवलेंस थी. ये किसी भी सीरो-आकलन (Sero-Assessment) में अब तक की सबसे अधिक रिपोर्ट की गई.
नई दिल्ली स्थित एम्स के नेतृत्व में डब्ल्यूएचओ-एम्स (WHO-AIIMS) सीरोप्रवलेंस स्टडी की गई. ये स्टडी दिल्ली, फरीदाबाद, भुवनेश्वर, गोरखपुर और अगरतला के शहरी और ग्रामीण इलाके में की गई. इसके मुताबिक दक्षिणी दिल्ली के शहरी क्षेत्र में पुनर्वास कॉलोनी, जहां घनी आबादी है, दूसरी लहर से पहले भी 74.7% की सीरोप्रवलेंस थी. ये किसी भी सीरो-आकलन (Sero-Assessment) में अब तक की सबसे अधिक रिपोर्ट की गई. स्टडी के मुताबिक, दक्षिण दिल्ली में 0-18 आयु वर्ग (स्कूल जाने वाले) आयु वर्ग में उतनी ही सीरोप्रवलेंस (73.9%) पाई गई जितनी 18 साल (74.8%) से ज्यादा उम्र के लोगों में थी.आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल ने एक इंटरव्यू में दिल्ली के सीएम हाउस में उनके साथ हुई बदसलूकी के बारे में खुलकर बताया. स्वाति मालीवाल ने कहा कि विभव कुमार आए और मुझे 7-8 थप्पड़ मारे. मुझे घसीटा. इस दौरान मेरा सिर टेबल से भी जा टकराया. मैं मदद के लिए बहुत चिल्लाई लेकिन बचाने के लिए कोई नहीं आया.
स्वाति मालीवाल ने कहा, 'विभव ने मुझे 7-8 थप्पड़ पूरी जोर से मारे. जब मैंने उन्हें पुश करने की कोशिश की तो उन्होंने मेरा पैर पकड़ लिया और मुझे नीचे घसीट दिया, उसमें मेरा सिर सेंटर टेबल से टकराया. मैं नीचे गिरी और फिर उन्होंने मुझे लातों से मारना शुरू किया. मैं बहुत जोर-जोर से चीख-चीखकर हेल्प मांग रही थी लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया.'
राहुल गांधी लगातार जिस तरह कांग्रेस पार्टी और अपने पूर्वजों को घेर रहे हैं उससे क्या कांग्रेस का नुकसान नहीं हो रहा है? पर इसे इतने साधारण रूप में भी नहीं लिया जा सकता है. हो सकता है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना बेहतर कम्युनिकेटर न हों, बेहतर संगठनकर्ता न हों पर ऐसा भी नहीं हैं कि उन्हें रणनीतिकार के तौर पर भी खारिज कर दिया जाए.