
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को मिला पद्म भूषण, बोले- भारत मेरा हिस्सा है, जहां जाता हूं इसे ले जाता हूं
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गूगल के सीईओ को व्यापार और उद्योग श्रेणी में साल 2022 के लिए प्रतिष्ठित पद्म भूषण अवार्ड मिला. पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है. मदुरै में जन्मे पिचाई ने शुक्रवार को सैन फ्रांसिस्को में परिवार के करीबी सदस्यों की उपस्थिति में पुरस्कार प्राप्त किया.
गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को अमेरिका के लिए भारतीय दूत ने प्रसिद्ध पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया. पुरस्कार ग्रहण करते हुए पिचाई ने कहा, "भारत मेरा एक हिस्सा है और मैं जहां भी जाता हूं, इसे अपने साथ लेकर जाता हूं."
गूगल के सीईओ को व्यापार और उद्योग श्रेणी में साल 2022 के लिए प्रतिष्ठित पद्म भूषण अवार्ड मिला. पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है. मदुरै में जन्मे पिचाई ने शुक्रवार को सैन फ्रांसिस्को में परिवार के करीबी सदस्यों की उपस्थिति में पुरस्कार प्राप्त किया.
50 वर्षीय पिचाई ने अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा, “मैं इस अपार सम्मान के लिए भारत सरकार और भारत के लोगों का बहुत आभारी हूं. मुझे आकार देने वाले देश द्वारा इस तरह से सम्मानित किया जाना अविश्वसनीय रूप से सार्थक है." उन्होंने कहा, "भारत मेरा एक हिस्सा है. मैं जहां भी जाता हूं, इसे अपने साथ ले जाता हूं. इस खूबसूरत पुरस्कार को मैं कहीं सुरक्षित रखूंगा."
भारतीय-अमेरिकी पिचाई ने आगे कहा कि वह सौभाग्यशाली थे कि वह एक ऐसे परिवार में बड़े हुए, जिसने शिक्षा और ज्ञान को पोषित किया. मेरे माता-पिता के साथ ने यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत त्याग किया कि उन्हें अपनी रुचियों का पता लगाने के अवसर मिले.
सुंदर पिचाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रौद्योगिकी के दृष्टिकोण को भी याद किया और कहा, "प्रधानमंत्री मोदी का डिजिटल इंडिया विजन निश्चित रूप से प्रगति के लिए एक त्वरक रही है और मुझे गर्व है कि Google सरकारों, व्यवसायों और समुदायों के साथ भागीदारी करते हुए भारत में निवेश करना जारी रखता है. इसके अलावा पिचाई को पुरस्कार सौंपने वाले अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने उम्मीद जताई कि गूगल भारत में हो रही डिजिटल क्रांति का पूरा इस्तेमाल करेगा.

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