गुजरात में क्यों अब BJP को पटेलों को सिर आंखों पर बैठाना पड़ रहा है?
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गुजरात में पाटीदार समुदाय धनबल के साथ-साथ सियासत में भी काफी दखल रखते हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी ने सबको साधकर रखा. मोदी-शाह के हटने के बाद बीजेपी की पहले जैसी पकड़ नहीं रही. ऐसे में बीजेपी को 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव के समीकरण को साधे रखने लिए पटेलों को सिर आंखों पर बैठाना शुरू कर दिया है, क्योंकि गुजरात में बीजेपी की राजनीतिक जड़ें मजबूत करने में पटेल समुदाय की अहम भूमिका रही है.
गुजरात में आरक्षण आंदोलन से बिदके पाटीदार समुदाय को रिझाने के लिए बीजेपी पांच साल बाद फिर से पटेल समाज के विधायक भूपेंद्र पटेल को सत्ता की कमान सौंपी है. गुजरात में पाटीदार समुदाय धनबल के साथ-साथ सियासत में भी काफी दखल रखते हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी ने सबको साधकर रखा. बीजेपी को नरेंद्र मोदी जैसा प्रभावी चेहरा सूबे में दूसरा नहीं मिल सका और 2014 में उनके गुजरात से हटने के बाद बीजेपी की सियासी पकड़ कमजोर हुई. ऐसे में बीजेपी अपने समीकरण को दुरुस्त करने में जुट गई है.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.