
गुजरातः अगर ओवैसी, AAP और कांग्रेस के वोट एक हो जाते तो क्या होता?
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गुजरात में बीजेपी ने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए 156 सीटें जीत लीं. वहीं, कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर सिमट गई. आप को 13% वोटों के साथ 5 सीटों पर जीत मिली. सवाल उठ रहे हैं कि क्या AAP और ओवैसी की पार्टी AIMIM की एंट्री ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ा और बीजेपी को ऐतिहासिक जीत दिलाई?
बीजेपी ने गुजरात में अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी जीत हासिल की. भारतीय जनता पार्टी को 182 सीटों में से 156 सीटों पर जीत मिली. जबकि, कांग्रेस 17 और आम आदमी पार्टी 5 सीटों पर चुनाव जीत सकीं. जहां गुजरात में विधानसभा चुनावों में बीजेपी का यह अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है, तो वहीं कांग्रेस का सबसे खराब. ऐसे में कई कांग्रेस नेताओं का मानना है कि उन्हें आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने ज्यादा नुकसान पहुंचाया. अगर कांग्रेस के वोट आप या AIMIM में न बंटते तो नतीजे कुछ और होते. आईए ऐसे में समझने की कोशिश करते हैं कि अगर गुजरात में आप और ओवैसी का पार्टी को मिले वोट कांग्रेस को मिल जाते, तो नतीजे कितने बदलते?
गुजरात में अगर ओवैसी, AAP और कांग्रेस के वोट मिल भी जाते तो क्या होता?
चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी को इस चुनाव में 52.5% वोट मिले. वहीं, इस चुनाव में कांग्रेस को 27.3% वोट मिले. जबकि आम आदमी पार्टी को 12.9% और ओवैसी की पार्टी 0.29% वोट मिले. यानी अगर पूरे राज्य के औसतन वोट प्रतिशत की बात की जाए, तो कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और AIMIM को कुल मिलाकर 40.49 प्रतिशत वोट मिला. यह बीजेपी को कुल मिले 52.5% वोट से काफी कम है.
बीजेपी को 52.5%, बाकी अन्य को कुल 47.5% वोट मिला
इतना ही नहीं जब किसी भी चुनाव में किसी भी पार्टी को कुल पड़े वोट का 50% से ज्यादा हिस्सा मिलता है, तो वहां अन्य सभी पार्टियों का वोट प्रतिशत मिला भी दिया जाए, तब भी वह जीती हुई पार्टी से कम ही रहता है. इसे इस तरह से समझा जा सकता है कि अगर बीजेपी को इस चुनाव में 52.5% वोट मिला, तो फिर राज्य में अन्य बाकी सभी पार्टियों और निर्दलियों को मिलाकर करीब 47.5% वोट मिला, यानी सब मिलकर भी चुनाव लड़ते तब भी बीजेपी को मिले वोट की बराबरी नहीं कर सकते थे. हालांकि, कुछ सीट पर कांग्रेस को आम आदमी पार्टी और AIMIM के लड़ने का सीधा नुकसान होता नजर आ रहा है.
क्या AAP और AIMIM ने मुस्लिम इलाकों में कांग्रेस को पहुंचाया नुकसान?

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