गांधी परिवार के वफादार रहे अमरिंदर, जानें Congress में अर्श से फर्श तक का सफर
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कांग्रेस से कैप्टन के 52 साल पुराना रिश्ता ही नहीं टूटा, नेहरू-गांधी परिवार से 70 साल पुराने रिश्ते भी टूट गए हैं. राजीव गांधी और अमरिंदर बचपन के दोस्त थे. दोनों दून स्कूल में साथ पढ़ते थे. राजीव देश के सबसे बड़े सियासी घराने के वारिस थे तो अमरिंदर पटियाला के राजघराने के वारिस. जब दोनों की मुलाकात हुई तो दोस्ती जम गयी. उस समय राजीव गांधी के नाना जवाहरलाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे और छुट्टियों में राजीव और अमरिंदर प्रधानमंत्री आवास में धमाचौकड़ी मचाते थे. उम्र बढ़ती रही और दोस्ती पक्की होती गई. राजीव ही अमरिंदर को राजनीति में लेकर आए थे. देखें कैसा रहा है कैप्टन का कांग्रेस में सफर.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.