गंगा आरती के लिए बीजेपी को नहीं मिली परमीशन, बंगाल की राजनीति में फिर उबाल
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पश्चिम बंगाल में गंगा आरती को लेकर बीजेपी बनाम टीएमसी की जंग तेज हो गई है. कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी औपचारिक रूप से गंगामेला की शुरुआत करने जा रही हैं. अब बीजेपी चाहती थी कि जिस जगह ममता उस मेले का उद्घाटन करेंगी, वहां पार्टी भी गंगा आरती आयोजित करेगी. लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी है.
पश्चिम बंगाल में गंगा आरती को लेकर बीजेपी बनाम टीएमसी की जंग तेज हो गई है. कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी औपचारिक रूप से गंगा सागर मेला की शुरुआत करने जा रही हैं. अब बीजेपी चाहती थी कि जिस जगह ममता उस मेले का उद्घाटन करेंगी, वहां पार्टी भी गंगा आरती आयोजित करेगी. लेकिन सुरक्षा और ट्रैफिक का हवाला देकर बंगाल पुलिस ने बीजेपी को उस आरती की परमीशन नहीं दी है. अब बंगाल की राजनीति और उसमें गंगा आरती के अपने मायने हैं. लेकिन अब बीजेपी को क्योंकि ये आरती करने का मौका नहीं मिल रहा है तो जमीन पर इसका विरोध कर रही है.
बताया जा रहा है कि कल शाम पांच बजे सीएम ममता गंगा सागर मेले का उद्घाटन करने जा रही हैं. बीजेपी की मांग थी कि वो उसी जगह से कुछ दूरी पर गंगा आरती करेगी. एक बड़े स्तर पर पार्टी उसे आयोजित करना चाहती थी. लेकिन जमीन पर स्थिति को देखते हुए बंगाल पुलिस ने उस आरती को कोई इजाजत नहीं दी है. जोर देकर कहा गया है कि सड़क पर पहले ही ज्यादा ट्रैफिक रहने वाला है, अगर इस प्रकार की आरती का आयोजन किया गया तो जमीन पर स्थिति कंट्रोल करना और ज्यादा मुश्किल हो जाएगा.
अब इससे पहले बंगाल की राजनीति में बीजेपी ने दुर्गा पूजा को एक बड़ा मुद्दा बनाया था. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसी दुर्गा पूजा वाले मुद्दे के जरिए ममता सरकार को हिंदू विरोधी बताने का काम किया था. यहां तक कहा गया था कि सीएम ममता तुष्टीकरण वाली राजनीति करती हैं. अब उस समय तो उन मुद्दों का जमीन पर ज्याद असर नहीं हुआ, लेकिन अब बंगाल की राजनीति में गंगा आरती एक नया मुद्दा बन सकती है. पुलिस का परमीशन ना देना बीजेपी के लिए फिर एक बड़ा मुद्दा बन सकता है. अभी तक सीएम ममता बनर्जी ने इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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