खाप पंचायतों का दिल्ली कूच, जवाब में सुनामी की धमकी... पहलवानों के प्रोटेस्ट पर बड़े Update
AajTak
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत 30 पहलवानों ने बुधवार को कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला और विरोध-प्रदर्शन शुरू किया. खिलाड़ियों का कहना था कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया जाता है. उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है.
भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ देश के नामचीन पहलवानों का जंतर-मंतर पर लगातार तीसरे दिन धरना प्रदर्शन जारी है. विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत करीब 30 पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उधर, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर शुक्रवार को पहलवानों से मुलाकात करेंगे. इससे पहले पहलवानों ने गुरुवार को अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और उनके साथ डिनर किया था. बृजभूषण शरण सिंह शाम चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. हालांकि, उनके इस्तीफे पर अभी सस्पेंस बना हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को फोन कर 24 घंटे के अंदर इस्तीफा देने के लिए कहा है. तो वहीं बृजभूषण शरण का कहना है कि मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं. उधर, प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों के समर्थन में खाप पंचायतों ने दिल्ली कूच किया है. आईए जानते हैं इस पूरे मामले के बड़े अपडेट्स...
1- पहलवानों ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के पास की शिकायत
भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों ने इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के पास रेसलर्स के यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है. एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे पत्र में कहा गया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष द्वारा कई महिला रेसलर का यौन उत्पीड़न किया गया. विनेश फोगाट के साथ मानसिक उत्पीड़न हुआ है और उन्हें टोक्यो ओलंपिक से बाहर होने पर WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा मानसिक रूप से परेशान और प्रताड़ित किया गया था.
2- अध्यक्ष इस्तीफा दें, कुश्ती महासंघ भंग किया जाए- पहलवानों की मांग
इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन को लिखे पत्र में पहलवानों ने प्रमुख रूप से चार मांगों को रखा है. - पहलवानों की पहली मांग है कि IOA यौन उत्पीड़न के मामलों में जांच के लिए कमेटी बनाए. - WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह इस्तीफा दें - कुश्ती महासंघ भंग किया जाए. - कुश्ती महासंघ चलाने के लिए पहलवानों के साथ विचार कर नई कमेटी बनाई जाए.
3- फेडरेशन भंग हो, यही प्रमुख मांग- बजरंग पूनिया
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.