खम्मम में रैली कर ताकत दिखाएंगे केसीआर, केजरीवाल-अखिलेश और विजयन भी होंगे शामिल
AajTak
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर अपनी पार्टी का नाम बदलने के बाद 18 जनवरी को खम्म में रैली कर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाएंगे. केसीआर की इस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान और पी विजयन भी शामिल होंगे.
साल 2023 की शुरुआत में ही सियासी गहगहमा बढ़ती नजर आ रही है. राहुल गांधी कांग्रेस का खोया जनाधार वापस पाने की कोशिश में भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं तो वहीं अन्य राजनीतिक दल भी एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) भी 2024 के आम चुनाव से पहले विपक्ष को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे हैं.
केसीआर ने इसी दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए 18 जनवरी को तेलंगाना के खम्मम जिले में विशाल रैली करने का ऐलान किया है. केसीआर की इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे.
माना जा रहा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर इस रैली में अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति के राष्ट्रीय एजेंडे का ऐलान कर सकते हैं. केसीआर ने ऐलान किया था कि संक्रांति पर्व के बाद अन्य राज्यों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति में बीआरएस के संचालन के विस्तार में तेजी लाई जाएगी. तेलंगाना राष्ट्र समिति के भारत राष्ट्र समिति में औपचारिक रूप से नाम परिवर्तन के बाद पार्टी की ये पहली सार्वजनिक रैली होगी.
केसीआर ने अपनी रैली के मंच का उपयोग विपक्ष के समान विचारधारा वाले दलों की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए करने की रूपरेखा तैयार कर ली है. तेलंगाना सरकार के परिवहन मंत्री पी अजय कुमार और बीआरएस के ने नामा नागेश्वर राव जनसभा को सफल बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हैं. कहा जा रहा है कि सीएम केसीआर खम्म में एकीकरण जिला कार्यालय परिसर का भी उद्घाटन करेंगे.
गौरतलब है कि केसीआर पिछले साल से ही 2024 के आम चुनाव से पहले समान विचारधारा वाले दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं. केसीआर ने पिछले साल अलग-अलग राज्यों के दौरे कर वहां के नेताओं से मुलाकात की थी. केसीआर ने अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति करने और राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश का भी ऐलान किया था.
Exit Poll: ममता और बसपा का एकला चलो, BRS का सफाया... 5 सियासी फैक्टर जो मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बने
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.