क्या है हिफाजत-ए-इस्लाम, जिसने मोदी के बांग्लादेश दौरे के बाद किया शेख हसीना की नाक में दम?
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बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह पर पहुंचे पीएम मोदी की यात्रा का विरोध करने वाला 'हिफाजत-ए-इस्लाम' पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुआ है और उसका बांग्लादेश में सियासी तौर पर दबदबा भी बढ़ा है. धर्मनिरपेक्षता की वकालत करने वाली बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग से इस संगठन का 36 का आंकड़ा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर 26 मार्च को बांग्लादेश पहुंचे थे. लेकिन उनकी इस यात्रा के खिलाफ बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. पुलिस से हिंसक झड़प में करीब एक दर्जन लोगों की जान चली गई. प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के पूर्वी जिले ब्राह्मणबरिया में ट्रेन, सरकारी दफ्तरों और कई मंदिरों को निशाना बनाया. इन हिंसक विरोध प्रदर्शनों के पीछे कट्टरपंथी इस्लामी संगठन 'हिफाजत-ए-इस्लाम' के समर्थक रहे. (फोटो-AP) बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह पर पहुंचे पीएम मोदी की यात्रा का विरोध करने वाला 'हिफाजत-ए-इस्लाम' पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुआ है और उसका बांग्लादेश में सियासी तौर पर दबदबा भी बढ़ा है. धर्मनिरपेक्षता की वकालत करने वाली बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग से इस संगठन का 36 का आंकड़ा रहा है. महिलाओं के अधिकारों को लेकर बिल हो या बांग्लादेश में धर्मनिरपेक्षता की बहाली को लेकर संविधान में संशोधन का मसला, हर मौके पर यह संगठन शेख हसीना की सरकार के फैसलों के विरोध में खड़ा नजर आता है.आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए डिफेंस सेक्टर में नए नए एक्सपेरिमेंट्स हो रहे हैं. बीते दिनों, यूएस ने एआई कंट्रोल्ड एयरक्राफ्ट के साथ ह्यूमन कंट्रोल्ड फाइटर जेट्स के बीच एयर कॅाम्बैट कराया था. ये एआई की दुनिया में एक बिल्कुल नया प्रयोग था. इस बीच खबर है कि चीन ने भी एक intelligent air combat AI डेवेलप किया है.
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