
क्या टैक्स रिलीफ का चुनाव से कनेक्शन? निर्मला सीतारमण बोलीं- ये मिडिल क्लास का अपमान
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बजट में केंद्र सरकार ने टैक्सपेयर्स को राहत देने की घोषणा की है, जिससे मध्यम वर्ग को लाभ होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 12 लाख रुपये तक की आय वाले लोगों को अब टैक्स नहीं देना होगा. इस कदम को चुनावी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन सीतारमण ने इसे मिडिल क्लास के सम्मान के रूप में पेश किया.
2025-26 के बजट में केंद्र सरकार ने जिस तरह टैक्सपेयर्स को छूट दी है, उसकी काफी सराहना हो रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि अब जिन लोगों का इनकम 12 लाख रुपये है, उन्हें टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी. सैलरी क्लास वालों के लिए अतिरिक्त छूट का प्रावधान भी किया गया है. चुनावी मौसम में किए गए इस ऐलान को चुनावी कदम के तौर पर देखा जा रहा है. आजतक से बातचीत में वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि टैक्स रिलीफ को चुनाव से जोड़ना मिडिल क्लास का अपमान है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह कहे जाने पर कि दिल्ली में 67 फीसदी मिडिल क्लास हैं तो क्या केंद्र ने ये ऐलान उन्हें ध्यान में रखकर किया है? उन्होंने कहा कि टैक्सपेयर्स को हमने सम्मान दिया है और इस तरह कहना उनका अपमान होगा. उन्होंने कहा कि सिर्फ दिल्ली के चुनाव के लिए पूरे देश के इतने बड़े इनकम का नुकसान करूं क्या? उन्होंने बताया कि टैक्सपेयर्स को सम्मान देना ही उनका एक मकसद था.
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हमने टैक्सपेयर्स को उनके हाथ में पैसा दिया है!
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें डायरेक्ट किया था कि मिडिल क्लास टैक्सपेयर्स को सम्मान करो. उन्होंने बताया कि जैसा कि मैंने कहा कि कंजप्शन बूस्ट करने के लिए हम काफी कुछ कर सकते हैं, कंजप्शन बढ़ाने के लिए हम कोलेटरल फ्री लोन दे रहे हैं ताकि बिजनेस बढ़े तो हम कंजप्शन कई तरह से बढ़ा सकते हैं, लेकिन टैक्सपेयर्स जो टैक्स देते हैं तो हमने पैसा उन्हें वापस उनके हाथ में दिया है, और ये फ्रीबीज नहीं है.
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