
कौन हैं 'चंदू चैंपियन' में नजर आए मटका किंग रतन खत्री? जल्द बनेगी उनकी लाइफ पर सीरीज
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'चंदू चैंपियन' के एक सीन में रतन खत्री को भी दिखाया गया है. सीन में मुरली की मटके (लॉटरी) में पैसे डालते हैं. इसके बाद रतन खत्री आकर जीते के नंबरों का ऐलान करते हैं और मुरली हजारों रुपये जीत जाते हैं. रतन खत्री पर अब एक सीरीज भी बन रही है, जिसमें एक्टर विजय वर्मा लीड रोल निभाएंगे.
कार्तिक आर्यन स्टारर फिल्म 'चंदू चैंपियन' सिनेमाघरों में छाई हुई है. इस फिल्म में कार्तिक ने भारत के पहले पैरालिम्पिक गोल्ड मेडलिस्ट रहे मुरलीकांत पेटकर का किरदार निभाया है. मुरलीकांत के रोल में कार्तिक आर्यन ने अपने करियर की बेस्ट परफॉरमेंस में से एक दी है. इस फिल्म के एक सीन में रतन खत्री को भी दिखाया गया है. सीन में मुरली की मटके (लॉटरी) में पैसे डालते हैं. इसके बाद रतन खत्री आकर जीते के नंबरों का ऐलान करते हैं और मुरली हजारों रुपये जीत जाते हैं. इसके बाद मुरली और रतन की मुलाकात होती है.
कौन थे रतन खत्री?
हाल ही में अमेजन प्राइम वीडियो ने 'मटका किंग' नाम की सीरीज का ऐलान किया था. इस फिल्म में रतन खत्री की जिंदगी की कहानी को दिखाया जाने वाला है. अपनी एक्टिंग, लगन और अलग अंदाज में काम करने के लिए फेमस एक्टर विजय वर्मा, 'मटका किंग' में लीड रोल निभा रहे हैं. फिल्म का पोस्टर भी रिलीज कर दिया गया था, जिसमें विजय रेट्रो लुक में नजर आए. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि आखिर रतन खत्री कौन थे और कैसे बने वो 'मटका किंग'.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रतन खत्री भारत में सट्टेबाजी की शुरुआत कर उसे ऊंचाई पर ले जाने वाले माने जाते हैं. खत्री सिंधी परिवार से थे. 1947 में भारत विभाजन के बाद खत्री पाकिस्तान से भारत आए. जिंदगी में आगे चलकर उन्हें मटका किंग के नाम से जाना गया था. 1962 में मुंबई में सट्टेबाजी का नया तरीका शुरू हुआ था, जिसे मटका कहा जाता था. रतन खत्री ने इसे एक बड़े रैकेट में तब्दील किया. खत्री देश में दशकों तक चलने वाले गैम्बलिंग नेटवर्क की स्थापना की थी.
शुरुआती दौर में रतन खत्री ने कल्याणजी भगत के लिए काम किया, जो कि वर्ली मटका के लिए फेमस थे. तब उन्हें मटका किंग कहा जाता था. उन्होंने जल्द ही रतन मटका के साथ इंडिपेंडेंट काम शुरू किया. माना जाता था कि दुनियाभर के मशहूर सेलिब्रिटी और प्रतिष्ठित लोगों उनके क्लाइंट थे. भारत में लगी इमरजेंसी के दौरान खत्री को जेल हो गई थी. उन्होंने 19 महीने तक सलाखों के पीछे खाते. 1990 के दशक में उन्होंने सट्टेबाजी के बिजनेस से सन्यास ले लिया था. साल 2020 में उनका निधन हो गया था.
सीरीज में क्या होगा खास?

राम गोपाल वर्मा ने उर्मिला मतोंडकर से जुड़े पुराने आरोपों और कयासों का जवाब दिया. उर्मिला संग डायरेक्टर ने 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती सालों में काफी काम किया था. राम के साथ उर्मिला की फिल्मों जैसे 'रंगीला', 'दौड़', 'सत्या' और 'प्यार तूने क्या किया' ने उन्हें उस दौर के सबसे आइकॉनिक चेहरों में से एक बनाया था.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.











