कोरोना के मद्देनजर दिल्ली के बाजार किसके आदेश पर हो रहे बंद? AAP-BJP में आरोप-प्रत्यारोप शुरू
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पिछले एक हफ्ते में दिल्ली में 6 छोटे-बड़े बाजार कोरोना नियम का पालन न करने की वजह से बंद किए गए हैं. लेकिन अब बाजार बंद होने से देश की राजधानी में व्यापारी संगठन नाराज हो गए हैं.
राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट (corona in delhi) कम होने के बाद वैसे तो पाबंदियों में ढील दी गई है. लेकिन जहां-जहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो रहा है, वहां बाजारों को बंद (Markets Closed in delhi) करने की कार्रवाई भी हो रही है. इस कार्रवाई पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं कि बाजारों को बंद करने की कार्रवाई के लिए दूसरा पक्ष जिम्मेदार है.देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.