कोरोना: एक रुपये में NGO दे रहा है ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 62 लोगों की बचाई जान
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नोएडा का 'द वॉइस ऑफ स्लम' नमक एनजीओ नोएडा में झुग्गियों में रहने वाले लोगों को वे जीवन रक्षक उपकरण प्रदान करा रहे हैं. इसके अलावा एनजीओ के लोग ऐसे परिवार जो इन महंगी मशीनों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं उनकी भी मदद कर रहे हैं.
देश भर में जहां एक तरफ कोरोना संक्रमण के चलते लोगों को ऑक्सीजन इत्यादि की समस्या से जूझना पड़ रहा है तो वहीं कुछ लोग महामारी के समय ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर की कालाबाजारी का करने में लगे हुए हैं. हाल ही में दिल्ली में पुलिस ने ऐसे कई कालाबाजारी के गिरोह का पर्दाफाश किया था. ऐसे दौर में नोएडा में एक गैर सरकारी संगठन केवल 1 रुपये में वंचित लोगों के घर पर इस तरह के उत्पाद उपलब्ध करा रहा है. नोएडा का 'द वॉइस ऑफ स्लम' नमक एनजीओ नोएडा में झुग्गियों में रहने वाले लोगों को वे जीवन रक्षक उपकरण प्रदान करा रहे हैं. इसके अलावा एनजीओ के लोग ऐसे परिवार जो इन महंगी मशीनों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं उनकी भी मदद कर रहे हैं. ऐसे लोगों को एनजीओ एक रुपए के किराए में मशीन उपलब्ध कराता है. 'द वॉयस ऑफ स्लम' के सह-संस्थापक देव प्रताप सिंह ने कहा कि हम झुग्गी के बच्चों के उत्थान के लिए काम करते हैं, लेकिन महामारी के बाद से, हमने कई झुग्गियों में रहने वालों को इलाज के अभाव में मरते देखा.क्लिक करें- UP: पहले सांस लेने में तकलीफ फिर मरीज तोड़ रहे हैं दम, बरेली के गांव में 26 लोगों की मौत उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के पास ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलेंडर की बात तो छोड़िये, खाने को भोजन और स्वच्छता जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की भी कमी. हमने ऐसे लोगों की मदद करने के लिए क्राउडफंडिंग के माध्यम से एक अभियान चलाने का फैसला किया.'More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.