कुश्ती महासंघ पर 'दंगल' होगा खत्म? आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यों की कमेटी बनी, धरना खत्म कर सकते हैं रेसलर्स
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कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच विवाद थम नहीं रहा है. तीसरे दिन भी पहलवानों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को हटाने की मांग पर अड़े रहे. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने शाम 5 बजे पहलवानों से जंतर-मंतर मैदान खाली करवा लिया है. इस पूरे घटनाक्रम में शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ ने जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की है. कहा जा रहा है कि अब पहलवान विरोध को लेकर पुनर्विचार को तैयार हो गए हैं. जानिए आज दिनभर क्या-क्या हुआ...
दिल्ली में कुश्ती महासंघ और पहलवानों के बीच विवाद गहराता जा रहा है. पहलवानों ने तीसरे दिन भी जंतर-मंतर पर धरना दिया और अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे. इस बीच, भारतीय ओलंपिक महासंघ ने इस पूरे मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है. खबर है कि इससे पहलवानों की नाराजगी कुछ हद तक कम हुई है और वो धरने को लेकर पुनर्विचार कर सकते हैं. वहीं, शुक्रवार को WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में भी पहलवान सामने आए और कार्यशैली की तारीफ की है. पहले दिव्या काकरान, उसके बाद नरसिंह यादव समेत केरल की दो नेशनल प्लेयर्स ने खुलकर पक्ष लिया है. फिलहाल, बृजभूषण ने अब चुप्पी साध ली है और प्रेस वार्ता भी रद्द कर दी है. उन्होंने खेल मंत्रालय को स्पष्टीकरण भेज दिया है. जानिए तीसरे दिन क्या-क्या हुआ...
बता दें कि दिल्ली में जंतर-मंतर पर तीन दिन से पहलवान धरना दे रहे हैं. बुधवार को भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत 30 पहलवानों ने कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था. खिलाड़ियों का कहना था कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया जाता है. उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है. WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह सरेआम पहलवानों के साथ अभद्रता करते हैं. गाली-गलौज की जाती है. पहलवानों का दावा है कि कुश्ती महासंघ नियमों के नाम पर रेसलर्स का उत्पीड़न कर रहा है. पहलवानों ने कुश्ती महासंघ को भंग करने की मांग उठाई है.
कुश्ती महासंघ ने खेल मंत्रालय को भेजा जवाब
इस घटनाक्रम के बाद खेल मंत्रालय ने बुधवार रात ही कुश्ती महासंघ को स्पष्टीकरण देने के आदेश दिए थे और 72 घंटे के अंदर जवाब देने के लिए कहा था. लखनऊ में 18 जनवरी से होने वाले कैंप को रद्द कर दिया था. दिल्ली महिला आयोग ने भी मामले में संज्ञान लिया और खेल मंत्रालय को नोटिस भेजा था. शुक्रवार को तीसरे दिन कुश्ती महासंघ ने खेल मंत्रालय को अपना ऑफिशियल जवाब भेज दिया है. बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक सिंह ने बताया कि वह (बृज भूषण शरण सिंह) WFI की वार्षिक आम बैठक में 22 जनवरी को मीडिया को संबोधित करेंगे. हमने खेल मंत्रालय को अपना आधिकारिक बयान दे दिया है. जब तक हमारी एनुअल मीट नहीं हो जाती, तब तक मीडिया में कोई बयान नहीं देंगे. ये बैठक 22 तारीख को अयोध्या में होगी. माना जा रहा है कि बृजभूषण एनुअली मीटिंग में अपना पक्ष रखेंगे और आगे की स्थिति साफ करेंगे. बृजभूषण के बेटे प्रतीक भूषण गोंडा से बीजेपी के विधायक हैं. जबकि बृजभूषण यूपी के गोंडा जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं. बृजभूषण छह बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं.
'जंतर-मंतर पर चटाई लेकर आएंगे और प्रैक्टिस करेंगे'
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को निर्धारित समय पर धरनास्थल जंतर-मंतर को खाली करवा लिया. पहलवान अन्य प्रदर्शनकारी वहां से चले गए. शाम 5 बजे तक ही धरने की अनुमति थी. विनेश फोगाट ने कहा है कि अभी तक उनकी कुछ मांगों को नहीं माना गया है. उनके मुताबिक अगर उनकी सभी मांगों को नहीं माना जाएगा तो सभी रेसलर जंतर-मंतर पर ही प्रदर्शन करेंगे. वे वहीं पर अपनी चटाई लेकर आएंगे और प्रैक्टिस करेंगे.
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