
कश्मीर पर विवादित बयान देने वाली जर्मनी की विदेश मंत्री भारत दौरे पर
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जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि भारत बीते 15 सालों में 40 लाख से अधिक लोगों को गरीबी के दायरे से बाहर निकालने में सफल रहा है, जो सराहना के योग्य है. कई तरह की आंतरिक सामाजिक चुनौतियों के बावजूद मजबूत अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के लिहाज से भारत दुनिया के कई देशों के लिए एक रोल मॉडल है.
जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक (Annalena Baerbock) दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को नई दिल्ली पहुंच गईं. उन्होंने भारत दौरे से पहले भारत की खुलकर तारीफ करते हुए कहा कि उनका यह भारत दौरा रोमांचक होगा. बेयरबॉक ने कहा कि अगले साल की शुरुआत तक भारत आबादी के लिहाज से चीन को पछाड़ देगा. इसमें कोई संदेह नहीं है कि 21वीं सदी में इंडो पैसिफिक और उसकी सीमा से बाहर वैश्विक स्तर पर भारत की निर्णायक भूमिका होगी.
बेयरबॉक ने भारत रवाना होने से पहले कहा था कि भारत बीते 15 सालों में 40 लाख से अधिक लोगों को गरीबी के दायरे से बाहर निकालने में सफल रहा है, जो सराहना के योग्य है. इससे पता चलता है कि सामाजिक बहुलता, आजादी और लोकतंत्र भारत में आर्थिक विकास, शांति और स्थिरता का चालक है. मानवाधिकारों को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करना हमारे मुख्य एजेंडे में से एक होगा.
भारत के आधिकारिक रूप से G-20 समूह की अध्यक्षता संभालने के कुछ दिन बाद ही ब्योरबॉक भारत आने वाली हैं.
वैश्विक स्तर पर भारत की निर्णायक भूमिका
उन्होंने कहा कि भारत यात्रा का मेरा मुख्य एजेंडा क्लाइमेट चेंज, नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था है. बाली में G-20 समिट के दौरान भारत ने यह दिखा दिया है कि वह वैश्विक स्तर पर निर्णायक भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
कई तरह की आंतरिक सामाजिक चुनौतियों के बावजूद मजबूत अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के लिहाज से भारत दुनिया के कई देशों के लिए एक रोल मॉडल है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र और 21वीं सदी में वैश्विक व्यवस्था को आकार देने में भारत की निर्णायक भूमिका होगी.

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