
कभी खत्म नहीं होगा कोरोना? वेरिएंट्स ने बढ़ाई एक्सपर्ट की चिंता
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आम बात है कि आबादी अगर एक बार हर्ड इम्युनिटी यानी बीमारी से लड़ने की क्षमता हासिल कर लेती है तो महामारी खत्म हो जाती है और अधिकतर लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी होती है. ऐसे में संक्रामक बीमारी को फैलने की आशंका न्यूनतम हो जाती है.
पिछले वर्ष हम सोच रहे थे कि कुछ समय बाद कोरोना वायरस से उपजी महामारी समाप्त हो जाएगी और फिर हमारा जीवन 'सामान्य' हो जाएगा. लेकिन यह सोच निश्चित रूप से गलत साबित हुई है. फ्लू की तरह ही SARS-CoV-2 मानव का स्थायी दुश्मन बन सकता है. यह फ्लू की तरह ही नुकसानदायक होगा, लेकिन उससे कहीं ज्यादा बुरा होगा...और यदि यह धीरे-धीरे खत्म भी हो गया तो हमारा जीवन और रोजमर्रा की जिंदगी तब तक पूरी बदल चुकी होगी. तब जीवन के फिर से 'पटरी' पर आने का विकल्प खत्म हो गया होगा और सिर्फ आगे बढ़ना होगा, लेकिन सवाल है कि वास्तव में क्या होगा? (फोटो-Getty Images) यह आम बात है कि आबादी अगर एक बार हर्ड इम्युनिटी यानी बीमारी से लड़ने की क्षमता हासिल कर लेती है तो महामारी खत्म हो जाती है और अधिकतर लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी होती है. ऐसे में संक्रामक बीमारी को फैलने की आशंका न्यूनतम हो जाती है. यह प्रतिरोधक क्षमता उनमें विकसित होती जो संक्रमण से उबर चुके हैं. टीकाकरण के बाद उनमें प्राकृतिक रूप से हर्ड इम्युनिटी भी विकसित हो चुकी होती है. दुनियाभर में यह एक सिलसिला है जो महामारियों से उबरने के दौरान देखने को मिलता है. (फोटो-Getty Images)
भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







