
कनाडा में डॉक्टर्स की कमी, PR के लिए शुरू की नई Physicians Category, जानें किनके पास मौका
AajTak
कनाडा हेल्थकेयर सिस्टम डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है और इसी संकट से निपटने के लिए उसने विदेशी चिकित्सकों के लिए स्थायी निवास का नया और तेज़ मार्ग खोल दिया है.
कनाडा सरकार अपनी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में बढ़ती कमियों को दूर करने के लिए बड़े कदम उठा रही है. इसी के तहत सरकार ने उन विदेशी डॉक्टरों के लिए एक नया और तेज़ स्थायी निवास (PR) मार्ग शुरू किया है, जो पहले से कनाडा में काम कर रहे हैं. इमिग्रेशन मंत्री लीना मेटलेज डायब ने बताया कि नई Express Entry Physicians Category खास तौर पर अंतरराष्ट्रीय डॉक्टरों के लिए बनाई जा रही है.
इसमें शर्त यह है कि उम्मीदवार के पास कम-से-कम एक साल का कनाडाई अनुभव होना चाहिए और वह पात्र मेडिकल पेशों में काम कर रहा हो. इन चिकित्सकों को 2026 की शुरुआत से स्थायी निवास के लिए आवेदन करने के निमंत्रण मिलने लगेंगे.
किन-किन डॉक्टरों को मिलेगा मौका
नई श्रेणी में तीन समूहों के चिकित्सक शामिल होंगे
सरकार का कहना है कि इन श्रेणियों के चिकित्सक मरीजों तक "स्थिर और तेज़" देखभाल पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
भारतीय डॉक्टरों की संख्या काफी अधिक

अमेरिकी सेना ने एक बार फिर पूर्वी प्रशांत महासागर में ड्रग तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिकी सदर्न कमांड ने सोशल मीडिया पर बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर छोटी नाव को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में निशाना बनाया गया. इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई. हालांकि अमेरिकी सेना ने इसे लेकर किसी तरह के सबूत नहीं दिए. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह मिसाइल लगते ही बोट के परखच्चे उड़ गए और उसके फौरन ही बाद जहाज में आग लग गई. बता दें वेनेजुएला से तनाव के बीच ड्रग्स बोट को आए दिन अमेरिकी सेना निशाना बना रही है. बताया जा रहा है कि अमेरिकी कार्रवाई में अब तक 105 लोगों की मौत हो चुकी है.

बांग्लादेश में हिन्दुओं की घटती आबादी की सबसे बड़ी वजह धार्मिक उत्पीड़न, हिंसा और पलायन है. बांग्लादेश के इतिहास के 54 सालों में हिन्दू डेमोग्राफी का स्पेस लगातार सिकुड़ता गया है. 1974 की बांग्लादेश की पहली जनगणना में हिन्दुओं की आबादी लगभग 14 फीसदी थी जो अब घटकर 7.5 फीसदी रह गई है. जबकि मुस्लिमों की जनसंख्या में तेज उछाल दर्ज किया गया है.

अमेरिका के प्रमुख अखबार The New York Times में प्रकाशित एक रिपोर्ट ने बांग्लादेश में 19 दिसंबर को हुई मोब लिंचिंग की घटना को लेकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है. यह रिपोर्ट 27 वर्षीय दीपू चंद्र दास के खिलाफ सत्ता की कट्टरपंथियों द्वारा की गई हिंसा पर आधारित थी, लेकिन रिपोर्ट में इस घटना को सीधे तौर पर प्रस्तुत करने के बजाय इसे दक्षिण एशिया के धार्मिक असहिष्णुता से जुड़े मुद्दे के तहत पेश किया गया.

अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने मंगलवार को एपस्टीन जांच से जुड़े करीब 30,000 पन्नों के दस्तावेज और दर्जनों वीडियो क्लिप जारी किए हैं. दस्तावेजों में शामिल एक ईमेल, जिसकी तारीख 7 जनवरी 2020 है, में दावा किया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने एपस्टीन के निजी जेट से 1993 से 1996 के बीच कम से कम 8 बार सफर किया था.









