
'कई लोग गिर पड़े, कुछ जान बचाने के लिए झुक गए थे...' पहलगाम आतंकी हमले की पीड़िता ने सुनाई खौफनाक दास्तान
AajTak
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश है. इस हमले में अपने पति को खो चुकी कोलकाता की सोहिनी अधिकारी अब भी उस खौफनाक मंजर को याद कर सहम जाती हैं. उन्होंने बताया कि कैसे एक पल में सब कुछ बदल गया- बेटे की मासूम आवाज गूंज रही थी, “मामा... साउंड... फायर.” और गोलियों के बीच कई लोग गिर गए थे.
कोलकाता के रहने वाले बिटान अधिकारी की पत्नी सोहिनी पहलगाम आतंकी हमले की प्रत्यक्षदर्शी हैं, वे अब भी सदमे में हैं. अपने पति के अंतिम संस्कार के अगले ही दिन जब उन्होंने मीडिया से बातचीत की, तो उनकी आंखों में आंसू और दिल में डर साफ झलक रहा था. उन्होंने बताया कि कैसे कुछ ही सेकेंडों में पहलगाम की खूबसूरत वादियां आतंक की आग में तब्दील हो गईं.
सोहिनी ने बताया कि उनका बेटा अचानक चीखने लगा- मम्मा... साउंड... फायर... वह गोली चलने की आवाज से डर गया था, तभी उनके पति बिटान अधिकारी ने उनका हाथ पकड़ा और दौड़ने लगे. सोहिनी ने पीछे मुड़कर देखा, तो एक शख्स को गोली मारते देखा. कई लोग गिर पड़े, कुछ जान बचाने के लिए झुक गए थे. मेरे पति ने कभी नहीं सोचा था कि वहां आतंकी हमला हो सकता है.
यह भी पढ़ें: 'पापा कहां हैं...' पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शख्स के बच्चे का सवाल, मां ने कहा- कैसे बताऊं कि वे हमेशा के लिए चले गए
उन्होंने बताया कि हमलावर पर्यटकों से पहले धर्म पूछते थे, फिर गोली मारते थे. उन्होंने पूछा- कोई हिंदू है यहां? फिर गोली चलाई. किसी से पूछा – कलमा पढ़ना आता है? जवाब नहीं मिलने पर गोली मार दी. सोहिनी ने बताया कि मृतकों की लाशों पर भी आतंकियों ने दोबारा गोली चलाई, ताकि कोई जिंदा न बचे. हमारे पास सिर झुकाने के अलावा कोई रास्ता नहीं था. वहां न कोई पुलिस थी, न कोई सुरक्षा बल. अगर सुरक्षाकर्मी होते, तो शायद कई जानें बच सकती थीं.
घटना के बाद सोहिनी ने सरकार से दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक आतंकी हमला नहीं, बल्कि इंसानियत पर हमला था. इस हमले में सोहिनी ने अपना जीवनसाथी खो दिया, उनका मासूम बेटा डरा हुआ है.
बता दें कि इंजीनियर बिटान अधिकारी मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे. कुछ साल पहले वे अपनी फैमिली के साथ फ्लोरिडा में जाकर बस गए थे. बीते 8 अप्रैल को वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए कोलकाता लौटे थे और फिर परिवार के साथ कश्मीर की यात्रा पर गए थे. बिटान अधिकारी के साथ उनका तीन साल और छह महीने का बेटा भी था.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.







