
...आप अमीर हैं तो ट्रंप का अमेरिका ही नहीं ये देश भी 'गोल्डन कार्पेट' बिछाने को तैयार! देख लीजिए लिस्ट
AajTak
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम जारी किया है जिसके तहत अमेरिका में पैसे निवेश कर वहां की नागरिकता ली जा सकती है. दुनिया में बहुत से ऐसे देश हैं जो अपने यहां निवेश के बदले में नागरिकता देते हैं. नागरिकता खरीदने में करोड़ों रूपये का खर्चा आता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के अमीरों के लिए अमेरिका के रास्ते खोल दिए हैं. उन्होंने 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' जारी किया है जिसे 50 लाख डॉलर यानी करीब 44 करोड़ रुपये में खरीदकर अमेरिका की नागरिकता हासिल की जा सकती है. मोटी फीस चुकाने के बाद अमेरिका में रहने का परमिट मिल जाएगा. अमेरिका में पहले से ही पैसे देकर नागरिकता खरीदने का सिस्टम है जिसे EB-5 वीजा कहा जाता है. कम से कम 10 लाख डॉलर का निवेश करने वाले विदेशियों को अमेरिका का यह वीजा मिलता है लेकिन अब गोल्ड कार्ड के आने के बाद इसे खत्म कर दिया जाएगा. माना जा रहा है गोल्ड कार्ड का प्लान अप्रैल से शुरू होगा.
अमेरिका की तरह ही दुनिया में बहुत से ऐसे देश हैं जो निवेश के बदले में यानी पैसे लेकर नागरिकता देते हैं. ब्रिटिश एडवाइजरी फर्म 'Henley And Partners' के मुताबिक, दुनिया में 100 से अधिक देश है जो निवेश के बदले में 'गोल्डन वीजा' देते हैं. यह वीजा आवेदनकर्ता को उस देश का नागरिक बनाता है जिसके बाद उसे वहां वोट करने और अन्य नागरिक अधिकारों के इस्तेमाल की अनुमति होती है.
हेनले एंड पार्टनर्स की वेबसाइट पर 13 ऐसे ही देशों के बारे में जानकारी दी गई है जहां निवेश के जरिए वहां की नागरिकता हासिल की जा सकती है.
एंटीगुआ एंड बारबुडा (Antigua and Barbuda)- एंटिगुआ एंड बारबुडा कैरेबियाई देश है जो कॉमनवेल्थ का भी सदस्य है. इसकी नागरिकता खरीदना अपेक्षाकृत काफी सस्ता माना जाता है. एंटीगुआ एंड बारबुडा की नागरिकता खरीदने के लिए आपको कम से कम 230,000 डॉलर यानी लगभग दो करोड़ 58 हजार रुपये खर्च करने होंगे.
एंटीगुआ एंड बारबुडा का पासपोर्ट आपको 150 डेस्टिनेशन जिसमें, सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, ब्रिटेन और यूरोप का शेन्जेन क्षेत्र शामिल है, पर वीजा फ्री या वीजा ऑन अराइवल ट्रैवल की सुविधा देता है. अगर किसी ने निवेश के जरिए इस देश की नागरिकता हासिल कर ली तो वो अपने पति या पत्नी, 31 साल से कम उम्र के बच्चों (उनके पति या पत्नी और बच्चों), दादा-दादी जिनकी उम्र 55 या इससे अधिक हो और बिन ब्याहे भाई-बहन को डिपेंडेंट के तौर पर ले जा सकता है.
ऑस्ट्रिया (Austria)- ऑस्ट्रिया के पासपोर्ट को दुनिया के सबसे मजबूत पासपोर्ट्स में गिना जाता है. हेनले एंड पार्टनर्स के मुताबिक, ऑस्ट्रिया का पासपोर्ट हासिल करने के लिए आपको ऑस्ट्रिया की अर्थव्यवस्था में अच्छा-खासा योगदान देना होगा. ऑस्ट्रिया की नागरिकता के लिए आपको कम से कम 8 लाख यूरो यानी 7 करोड़ 29 लाख 51 हजार रुपये खर्च करने होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






