
अपने देश से भाग तुर्की में क्यों बस रहे फ्रांस के मुसलमान?
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फ्रांस में कथित रूप से भेदभाव का शिकार होनेवाले मुसलमान अपना देश छोड़कर तुर्की जैसे देशों में बस रहे हैं. इमैनुएल मैक्रों सरकार पर मुसलमानों से भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं. पिछले कुछ सालों में फ्रांस में कट्टरवाद बढ़ा है जिससे निपटने के लिए सरकार कदम उठा रही है. सरकार के कई कदमों की आलोचना भी हो रही है.
फ्रांस में मुसलमानों के खिलाफ कथित नस्लवाद और भेदभाव के कारण मुसलमान देश छोड़कर जा रहे हैं. देश छोड़ रहे मुसलमानों के लिए तुर्की सबसे आकर्षक देश बन गया है. ये दावा फ्रांसीसी अखबार ले जर्नल डु डिमांचे (Le Journal du Dimanche) की एक रिपोर्ट में किया गया है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

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