
US: न्यूयॉर्क के मेयर ज़ोहरान ममदानी से ट्रंप ने व्हाइट हाउस में की मुलाकात
AajTak
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ज़ोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए व्हाइट हाउस में मुलाकात की.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ज़ोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए व्हाइट हाउस में मुलाकात की. न्यूयॉर्क शहर के नए मेयर ज़ोहरान ममदानी अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे. ज़ोहरान ममदानी के साथ अपनी पहली ओवल ऑफिस मीटिंग को बहुत बढ़िया और बहुत प्रोडक्टिव बताया. उन्होंने अपने उस पॉलिटिकल विरोधी की दिल से तारीफ़ की, जिसकी उन्होंने कैंपेन के दौरान महीनों तक बुराई की थी.
ट्रंप ने रेज़ोल्यूट डेस्क के पीछे से कहा, "हमारी अभी-अभी बहुत अच्छी मीटिंग हुई, सच में बहुत अच्छी, बहुत प्रोडक्टिव मीटिंग हुई." ट्रंप के बगल में ममदानी खड़े थे. दोनों बंद कमरे में हुई मीटिंग के बाद बाहर निकले, जिसमें उनके पहले के झगड़ों के मुकाबले उनके लहजे में काफी बदलाव दिखा.
ओवल ऑफिस मीटिंग की रिक्वेस्ट ममदानी ने की थी, जो 34 साल के डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट हैं और न्यूयॉर्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो के खिलाफ मेयर की रेस में उनकी शानदार जीत ने उन्हें अमेरिकी पॉलिटिक्स के सेंटर में ला दिया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ोर देकर कहा कि दोनों की 'अच्छी बनेगी' भले ही दोनों महीनों से एक-दूसरे के साथ पॉलिटिकल बहस करने वाले पार्टनर की तरह बर्ताव कर रहे थे. व्हाइट हाउस ने कन्फर्म किया कि ममदानी आ गए हैं. वह उस मेन गेट से अंदर नहीं आए, जिसका इस्तेमाल ज़्यादातर विज़िटर करते हैं, जहां दर्जनों रिपोर्टर ममदानी की एक झलक पाने के लिए डेरा डाले हुए थे. इसके बजाय, वह प्रेस की भीड़ को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए कॉम्प्लेक्स के अंदर ही दिखे.
इस बारे में एकमात्र ऑफिशियल हिंट व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशन डायरेक्टर स्टीवन चेउंग से मिला, जिन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में एक फ़ोटो पोस्ट की, जिसमें वेस्ट विंग के बाहर इंतज़ार कर रहे पत्रकारों का झुंड दिख रहा था, और साथ में एक टीज़िंग कैप्शन था: "बहुत देर हो गई दोस्तों! तुम सब बहुत धीमे हो!"

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







