
US की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड ने एलन मस्क से मिलाया हाथ, हुई ये डील
AajTak
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X तीन नए शो लेकर आ रहा है, जिनकी मेजबानी तुलसी गबर्ड, सीएनएन के पूर्व एंकर डॉन लेमन और स्पोर्ट्स रेडियो कमेंटेटर जिम रोम करेंगे. तुलसी का नया शो डॉक्यूमेंट्री स्टाइल के वीडियो और कंटेंट की व्यापक सीरीज पेश करेगा.
अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) ने अरबपति एलन मस्क के साथ एक एग्रीमेंट किया है. इस एग्रीमेंट के तहत तुलसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक शो को होस्ट करेंगी. इस शो के जरिए अभिव्यक्ति की आजादी की पैरवी की जाएगी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X तीन नए शो लेकर आ रहा है, जिनकी मेजबानी तुलसी गबर्ड, सीएनएन के पूर्व एंकर डॉन लेमन और स्पोर्ट्स रेडियो कमेंटेटर जिम रोम करेंगे. तुलसी का नया शो डॉक्यूमेंट्री स्टाइल के वीडियो और कंटेंट की व्यापक सीरीज पेश करेगा.
तुलसी का कहना है कि वह उन लोगों की कहानियां शेयर करेंगी, जिनकी आवाज को चुप करा दिया गया है और सत्ता में बैठे लोग जिनकी आवाज को दबाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका में अभिव्यक्ति की आजादी मौलिक अधिकार है. दुखद है कि हम ऐसे समय में जी रहे हैं, जहां संवाद, चर्चा और असहमति सत्ता में बैठे लोगों के इशारे पर होती है. अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा के लिए हमें इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि एक्स के साथ उनकी साझेदारी यह सुनिश्चित करेगी कि अभिव्यक्ति की आजादी की न सिर्फ रक्षा की जा सके बल्कि इसका जश्न भी मनाया जा सके.
उन्होंने कहा कि हम आप तक ऐसी कहानियां और खबरें लेकर आएंगे, जो आपको बताएंगे कि देश और दुनिया में क्या हो रहा है लेकिन सत्ता में बैठे लोग आपके सुनना नहीं चाहते. इसके साथ ही एक शॉर्ट फिल्मों की सीरीज लेकर आएंगे, जो हाशिए पर बैठे लोगों की बात करती हैं लेकिन उनकी आवाज को चुप करा दिया जाता है.
बता दें कि वॉल स्ट्रीट जर्नल का कहना है कि ये कदम ऐसे समय उठाया गया है जब सोशलमीडिया प्लेटफॉर्म X अधिक से अधिक लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता है. साथ ही मस्क अपने पोस्ट पर विवादों से ध्यान हटाना चाहता है. जर्नल ने कहा कि मस्क के अधिग्रहण के बाद से कंपनी वीडियो और लंबी-फॉर्मेट वाले कंटेंट में और अधिक ध्यान लगाने की कोशिश कर रही है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







