UP Chunav: पिछली बार की तरह क्या इस बार भी BJP के लिए आसान होगी पूर्वांचल की राह?
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चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन था. अब बारी है जनता की जो मतदान करने के लिए 3 मार्च का इंतजार कर रही है. छठा चरण सीएम योगी के लिए अहम है, क्योंकि ये चुनाव उनके गढ़ गोरखपुर और आसपास के इलाकों में हो रहा है. इस बार योगी की साख ही दांव पर लगी है. वहीं एसपी और बीजेपी की साख भी दांव पर लगी है, क्योंकि पूर्वांचल के इस इलाके में कभी इनकी तूती बोलती थी. जिस पूर्वांचल को लखनऊ की सत्ता का चाभी माना जाता है, वहां 3 मार्च को वोट डाले जायेंगे. सबकी नजर यूपी के इस भाग पर रहती हैं. पिछली बार तो बीजेपी के लिए ये राह बेहद आसान थी. लेकिन क्या इस बार भी जनता बीजेपी को अच्छे नम्बरों से पास करेगी? देखें किसका होगा राजतिलक.
एक ने मांगा था इस्तीफा तो दूजे ने छोड़ा था 17 साल पुराना साथ... नायडू-मोदी-नीतीश के रिश्तों की कहानी
2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 292 सीटें मिली हैं. लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार तो बनने जा रही है. लेकिन बीजेपी बहुमत से दूर है. इसलिए एनडीए की सरकार पांच साल चलाने के लिए अब प्रधानमंत्री मोदी को चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू के साथ की जरूरत होगी.
18वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे लगभग स्पष्ट हो गए हैं. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है. एनडीए को 291 सीटें मिल गई हैं. तो वहीं इंडिया ब्लॉक भी 234 का आंकड़ा छू गया है. दिल्ली के बीजेपी दफ्तर में हुए कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन की शुरुआत नरेंद्र मोदी ने 'भारत माता की जय' और 'जय जगन्नाथ' से की.
बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले इस बार छह सीटें कम मिली हैं. सूत्रों के मुताबिक, इस बार भारतीय जनता पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की कई वजहें रहीं. पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के पुराने और जमीनी स्तर से जुड़े नेताओं का मानना है कि इस बार उम्मीदवारों की तालिका की वजह से बहुत सारी सीटें गंवानी पड़ी हैं.
Delhi के लाजपत नगर में बच्चों के अस्पताल में आग लगने की घटना सामने आई है. इलाके के आई सेवन हॉस्पिटल में अचानक आग लग गई. इसके बाद लगी हुई भीषण आग को बुझाने के लिए दिल्ली फायर ब्रिगेड को कॉल करके बुलाया गया. आग लगने की घटना की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली फायर सर्विस ने करीब 16 फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर भेजीं.
खडूर साहिब लोकसभा सीट से खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की जीत हुई. वो इस समय देशद्रोह के आरोप में असम की जेल में हैं. इसी तरह टैरर-फंडिंग के जुर्म में सजा काट रहे शेख अब्दुल राशिद ने भी उत्तरी कश्मीर में जीत हासिल की. जेल में चुनाव लड़ने की तो आजादी है. प्रत्याशी जीत भी गए. लेकिन वे शपथ कैसे लेंगे, और क्या कैद में रहते हुए सरकार चलाई जा सकती है?
लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. इस बार किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. हालांकि बीजेपी के गठबंधन एनडीए को 292 सीटें मिली हैं जो कि बहुमत के आंकड़े के पार है. लेकिन विपक्षी दल इसे पीएम मोदी की हार के रूप में देख रहे हैं. आप विधायक संजय सिंह ने कहा कि PM को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.