UP: फोन पर बंद की बातचीत, घर की दीवार फांदकर बर्तन धो रही नाबालिग पर फेंका तेजाब
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ये मामला थाना सिंभावली क्षेत्र का है. जहां घर में घुसकर युवती पर एसिड अटैक किया गया है. जानकारी के मुताबिक, 16 वर्षीय युवती पूनम अपने घर पर काम कर रही थी. तभी अचानक से एक युवक घर की दीवार कूदकर आया और युवती पर एसिड से भरी बोतल उड़ेल दी और फरार हो गया.
उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में मनचलों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. आए दिन लगातार अपराधिक मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इस बीच हापुड़ में सरेआम एक युवती पर एसिड अटैक का मामला सामने आया है. जहां एक सिरफिरे ने घर में काम कर रही युवती पर दीवार से कूदकर एसिड अटैक कर दिया और फरार हो गया. स्थानीय लोगों ने गंभीर हालत में युवती को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं, डॉक्टरों ने युवती की हालत को गंभीर देखते हुए मेरठ रेफर कर दिया. इसके बाद पुलिस पर फायर कर भाग रहा एसिड अटैक का आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया. दूसरी तरफ सूचना के बाद पहुंची पुलिस हर घटना की तरह इस घटना पर भी जांच में जुट गई. दरअसल, ये मामला थाना सिंभावली क्षेत्र का है. जहां घर में घुसकर युवती पर एसिड अटैक किया गया है. जानकारी के मुताबिक, 16 वर्षीय युवती पूनम (कल्पनिक नाम) अपने घर पर काम कर रही थी. तभी अचानक से एक युवक घर की दीवार कूद कर आया और युवती पर एसिड से भरी बोतल उड़ेल दी और फरार हो गया. इस एसिड के हमले से युवती का चेहरा और युवती का शरीर बुरी तरह झुलस गया. मामले की सूचना मिलती है ग्रामीण युवती को गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने युवती को हालत को गंभीर देखते हुए मेरठ रेफर कर दिया. वहीं, मामले की सूचना मिलते ही सिंभावली पुलिस घटनास्थल पर पहुंची.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.