UP: गांजा तस्करी का तरीका जानकर हो जाएंगे हैरान, चंदौली पुलिस ने यूं दबोचा
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चंदौली में एक क्विंटल गांजे के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गांजा तस्कर अपनी कार से धीना थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाला है, तभी उसे दबोच लिया गया.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में गांजा तस्करी अनोखे तरीके से की जा रही थी. पुलिस से बचने के लिए गांजा तस्कर लग्जरी कार का इस्तेमाल कर रहे थे. इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को एक आरोपी को एक क्विंटल गांजा के साथ गिरफ्तार किया, जिसकी कीमत आठ लाख रुपये बताई जा रही है. वह गाजीपुर जिले का रहने वाला है, जबकि दूसरा तस्कर धर्मेंद्र गुप्ता फरार हो गया. अब पुलिस गांजा तस्करी के पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है.
चंदौली पुलिस को सूचना मिली थी कि गांजा तस्कर कार से धीना थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाला है. पुलिस ने जाल बिछाया और गाजीपुर से वाराणसी जा रही कार को जांच के लिए रोका. पुलिस ने जब कार की तलाशी की तो उसमें किसी भी तरह का अवैध सामान पहली नजर में दिखाई नहीं दिया. मुखबिर की सूचना पक्की थी. लिहाजा पुलिस कार ड्राइवर अरविंद यादव को पकड़कर थाने ले आई. पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने चौंकाने वाली जानकारी दी.
पुलिस को धूल झोंकने के लिए इन लोगों ने गांजे के पैकेट को कार के बोनट और डिग्गी के पैनल के पास खाली जगह में छुपा रखा था. इस अनोखे तरीके से गांजा तस्कर लगातार पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहे थे. इसी तरीके से कई बार इन लोगों ने तस्करी की और पकड़ में आने से बचते रहे. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह तो मात्र कैरियर है. असली मास्टरमाइंड तो ओडिशा में है और वहीं से उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में गांजे की सप्लाई करता है.
इस मामले में सकलडीहा चंदौली के डिप्टी एसपी अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि धीना थाना क्षेत्र में कार से लगभग एक क्विंटल गांजा के साथ आरोपी को अरेस्ट किया गया है. वह गाजीपुर के भावर कोल का रहने वाला है. ये लोग कार में छुपाकर गांजा की सप्लाई गाजीपुर और बनारस में सप्लाई करते थे. असली मास्टरमाइंड ओडिशा में रहता है और वहीं से इस तस्करी को अंजाम देता है.
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