PFI पर छापे को लेकर राहुल गांधी बोले- सांप्रदायिकता के मसले पर जीरो टॉलरेंस की जरूरत
AajTak
गुरुवार को देश के कई राज्यों में छापेमारी के दौरान पीएफआई के 100 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इस मेगा ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए एनआईए ने पूरी तैयारी कर रखी थी. इस ऑपरेशन बेहद गोपनीय रखा गया था. इस अभियान में एनआईए ही नहीं बल्कि और भी जांच एजेंसियां शामिल हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से जुड़े लोगों और उनके ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता के संबंध में जीरो टॉलरेंस होना चाहिए. केरल के एर्नाकुलम में मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ये बातें कहीं.
बता दें कि गुरुवार को देश के कई राज्यों में छापेमारी के दौरान पीएफआई के 100 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इस मेगा ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए एनआईए ने पूरी तैयारी कर रखी थी. इस ऑपरेशन बेहद गोपनीय रखा गया था. बाकायदा कंट्रोल रूम बनाकर इस सबसे बड़े ऑपरेशन की मॉनिटिरिंग की जा रही है. इस अभियान में एनआईए ही नहीं बल्कि और भी जांच एजेंसियां शामिल हैं.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर राहुल गांधी ने साफ कहा कि वो अपने पुराने रुख पर कायम है यानी वो अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे. राहुल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद एक संगठन का नहीं, विचारधारा का है. इसलिए मेरी सलाह है कि जो कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने, उसे यह याद रखना चाहिए कि वह एक विचारधारा, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करेगा.
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल ने कहा कि यात्रा की सफलता कुछ विचारों पर आधारित है. पहला विचार यह है कि एक भारत अखंड खड़ा है, अपने आप से युद्ध में नहीं है, अपनों से नाराज़ नहीं है, नफरत से भरा नहीं है. यह यात्रा कुछ ऐसा है जिसकी अधिकांश भारतीय लोग सराहना करते हैं और पसंद करते हैं.
उन्होंने कहा कि दो अन्य विचार भी हैं जो यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं. एक है बेरोजगारी का स्तर, जिसका सामना आज भारत कर रहा है. दूसरा मुद्दा कीमतों का है. ये विचार हैं जो यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं और प्रोत्साहित कर रहे हैं. ये विचार आपस में जुड़े हुए हैं.
बता दें कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई. केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री के मुताबिक, चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर के बीच होगी. नामांकन पत्रों की जांच एक अक्टूबर जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर होगी. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर चुनाव 17 अक्टूबर को होगा. मतों की गिनती और नतीजों की घोषणा 19 अक्टूबर को होगी.
पुणे पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए आरोपी नाबालिग की मां को भी हिरासत में ले लिया है. नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने बेटे के ब्लड सैंपल से ना केवल छेड़छाड़ की थी बल्कि इसे बदल भी दिया था. जैसे ही यह खबर सामने आई तो शिवानी अंडरग्राउंड हो गई. फाइनली पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला है. वह कल रात वह मुंबई से पुणे आई थी. गिरफ्तारी की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी होंगी.
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है. लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है. जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है. अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्यों में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार 75 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि हर कोई जो शांति चाहता है, उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. अब समय आ गया है कि इस जंग को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के नेताओं से आह्वान किया है कि इस मौके को मत गंवाए. बाइडेन के मुताबिक, इस प्रस्तावित शांति योजना के पहले चरण में छह हफ्तों का सीजफायर शामिल है, जिस दौरान इजरायल और हमास सात अक्तूबर के हमले के बाद से शुरू हुई जंग को खत्म करने पर चर्चा करेंगे.