Paytm पर RBI के एक्शन को लेकर ये क्या बोले Ashneer Grover, सोशल मीडिया पर वायरल
AajTak
Ashneer Grover Viral Post : पेटीएम पर आरबीआई के एक्शन को लेकर अशनीर ग्रोवर ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, 'मैं RBI को समझ नहीं पा रहा, रिजर्व बैंक का एक्शन, फिनटेक कंपनियों के हित में नहीं है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के दिग्गज ऑनलाइन पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर पेटीएम (Paytm) की बैंकिंग सर्विस पर बैन लगाया, तो चर्चित बिजनेस शो शार्क टैंक इंडिया के पूर्व जज अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने इस पर बड़ी टिप्पणी की है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payment Banks or PPBL) पर केंद्रीय बैंक की कार्रवाई पर उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा कि ये आगे कहा कि दुनिया के लिए यूपीआई (UPI) का डंका बजाना और भारत में दिग्गज फिनटेक कंपनियों को सजा देना पूरी तरह से 'दोगलापन' है.
आरबीआई के एक्शन पर जताई नाराजगी गौरतलब है कि बुधवार को एक ऑर्डर जारी करते हुए आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payment Banks or PPBL) को किसी भी नए ग्राहक को जोड़ने पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही आदेश में कहा गया है कि पेटीएम पेमेंट बैंक में ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट और फास्टैग में 29 फरवरी 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार नहीं किया जा सकेगा. इस पर फिनटेक कंपनी भारतपे (BharatPe) के पूर्व फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashaneer Grover) ने नाराजगी जाहिर की है.
I don’t understand RBI. Clearly RBI does not want FinTechs in business - of late all regulations / moves are against Fintechs. Such moves will kill the sector altogether. The @FinMinIndia @nsitharaman @PMOIndia need to step in. Startups have been biggest creators of market cap…
फिनटेक सेक्टर हो जाएगा खत्म! अशनीर ग्रोवर ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, 'मैं RBI को समझ नहीं पा रहा, रिजर्व बैंक का एक्शन, फिनटेक कंपनियों के हित में नहीं है. उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय से इस मामले को देखने की अपील की है. उनकी पोस्ट पर नजर डालें, तो इसमें लिखा गया है कि हाल ही में सभी नियम और कदम फिनटेक (FinTech) के खिलाफ उठाए गए हैं. इस तरह के कदम इस सेक्टर को ही पूरी तरह से खत्म कर देंगे. इसम मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को दखल देने की जरूरत है.
भारत-पे के को-फाउंडर ने आगे लिखा कि पिछले 10 वर्षों में स्टार्टअप्स (Startups), मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Cap) और रोजगार के सबसे बड़े क्रिएटर साबित हुए हैं. उन्होंने आगे कहा, 'दुनिया के लिए यूपीआई का डंका बजाना और भारत में दिग्गज फिनटेक्स को सजा देना पूरी तरह से 'दोगलापन' है. बता दें कि अशनीर ग्रोवर दोगलापन नाम से अपनी एक किताब भी पब्लिश कर चुके हैं.
Action against Paytm Payments Bank Ltd under Section 35A of the Banking Regulation Act, 1949https://t.co/bswaWHSxtk