Pakistan: सुप्रीम कोर्ट के बाहर वकीलों और पुलिस में भिड़ंत, इमरान बोले- जो भी फैसला आएगा, वो मंजूर होगा
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राजनीतिक संकट के बीच पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी कर ली गई है. सुप्रीम कोर्ट थोड़ी देर में इस पर फैसला सुनाएगा. कोर्ट के फैसले से पहले इमरान खान ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह मुझे और मेरी पार्टी को मंजूर होगा.
राजनीतिक अस्थिरता के बीच पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई पूरी हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट थोड़ी देर में इस पर फैसला सुनाएगा. इससे पहले इमरान खान ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह मुझे और मेरी पार्टी को मंजूर होगा. उधर, इस अहम फैसले के चलते सुप्रीम कोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इसके बावजूद कोर्टरूम के बाहर वकीलों और पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हो गई है.
मामले की सुनवाई कर रही अदालत की बेंच ने माहौल खराब होता देख कोर्ट के दरवाजे बंद करवा दिए गए हैं. वहीं, फैसला देने से पहले बेंच में शामिल सभी जस्टिस आपस में बातचीत कर रहे हैं.
वहीं, फैसला सुनाने से पहले चीफ जस्टिस ने चुनाव आयोग के अधिकारियों को तलब किया. चुनाव आयोग के सचिव कानूनी टीम के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. इस दौरान चुनाव आयुक्त ने कहा कि देश में 90 दिन के भीतर चुनाव कराना संभव नहीं है. पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि चुनावी क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कम से कम चार महीने चाहिए होंगे. अक्टूबर तक ही व्यवस्थित और निष्पक्ष चुनाव किराए जा सकते हैं.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 1 जून, 2024 की खबरें और समाचार: लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के तहत आज 8 प्रदेशों की 57 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. पुणे पोर्श कार हादसे मामले में पुलिस ने नाबालिग आरोपी की मां को भी गिरफ्तार कर लिया है. आज शाम 5 बजे से आजतक पर सबसे सटीक एग्जिट पोल नतीजे दिखाए जाएंगे.
पुणे पोर्श कार हादसे में क्राइम ब्रांच ने एक्शन लेते हुए आरोपी नाबालिग की मां को भी हिरासत में ले लिया है. नाबालिग आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल ने बेटे के ब्लड सैंपल से ना केवल छेड़छाड़ की थी बल्कि इसे बदल भी दिया था. जैसे ही यह खबर सामने आई तो शिवानी अंडरग्राउंड हो गई. फाइनली पुणे पुलिस ने उसे खोज निकाला है. वह कल रात वह मुंबई से पुणे आई थी. गिरफ्तारी की औपचारिकताएं जल्द ही पूरी होंगी.
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है. लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है. जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है. अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्यों में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार 75 लाख और विधानसभा चुनाव में 28 लाख रुपये खर्च कर सकता है.
बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि हर कोई जो शांति चाहता है, उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. अब समय आ गया है कि इस जंग को खत्म कर दिया जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के नेताओं से आह्वान किया है कि इस मौके को मत गंवाए. बाइडेन के मुताबिक, इस प्रस्तावित शांति योजना के पहले चरण में छह हफ्तों का सीजफायर शामिल है, जिस दौरान इजरायल और हमास सात अक्तूबर के हमले के बाद से शुरू हुई जंग को खत्म करने पर चर्चा करेंगे.