
On-Camera क्यों लड़ पड़े ट्रंप-जेलेंस्की? 45 मिनट के प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बड़े सवाल पर बिगड़ी बात
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के बीच एक आमने-सामने की बातचीत व्हाइट हाउस में हुई, लेकिन यूक्रेन दोनों नेताओं के बीच तीखी नोंकझोंक हो गई. ट्रंप के लिए खास मुद्दा मिनरल डील था, जबकि जेलेंस्की ने सिक्योरिटी की गारंटी पर जोर दिया और कहा कि ट्रंप की शुरुआत अच्छी है लेकिन पुतिन को रोकने के लिए काफी नहीं है, और यहीं से बात बिगड़ गई.
अमेरिका के 'बिजनेसमैन' राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के बीच ऑन-कैमरा तीखी नोंकझोंक के बाद पूरी दुनिया हैरान है. बात यहां तक पहुंच गई कि जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से चले जाने तक के लिए कहा गया. ट्रंप ने बीच में ही बातचीत बंद कर दी. मीडिया के सामने इसी आम चर्चा के बाद ट्रंप खास बात करने वाले थे. यानी मिनरल डील पर समझौता, लेकिन बीच में ही बात बिगड़ गई, और इसकी शुरुआत भी हुई तो सिक्योरिटी डील के सवाल से.
दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप पूर्व के जो बाइडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन को दिए गए आर्थिक और सैन्य मदद का मुआवजा मांग रहे हैं. वह चाहते हैं कि बस अमेरिका को किसी तरह उस इन्वेस्टमेंट का रिटर्न मिल जाए. अपने बयानों में वह कई बार कहते सुने जा रहे थे कि दिए गए सपोर्ट के बदले अमेरिका को 500 अरब डॉलर चाहिए, लेकिन 350 अरब डॉलर बात फाइनल करना चाह रहे थे. उन्होंने शर्त भी रखी कि इसके बदले यूक्रेन को कुछ नहीं मिलेगा, सुरक्षा तो कतई नहीं.
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सिक्योरिटी पर बात करने से ट्रंप का इनकार
बिना सिक्योरिटी गारंटी के बावजूद डील पर साइन करने के लिए राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की शुक्रवार को अमेरिका पहुंचे और व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात की. ट्रंप खुद उनके स्वागत में बाहर दरवाजे तक आए. दोनों नेताओं की अच्छी तस्वीर भी आई. फिर ट्रंप जेलेंस्की और अपने कैबिनेट के साथ प्रेस को संबोधित करने के लिए बैठे. इस दौरान एक पत्रकार ने यूक्रेन की सिक्योरिटी पर सवाल पूछा तो उन्होंने इस मुद्दे पर बात करने से साफ इनकार कर दिया.
डोनाल्ड ट्रंप ने जवाब में कहा, "मैं अभी सुरक्षा के बारे में बात नहीं करना चाहता. मैं चाहता हूं की बस डील हो जाए. आप भी उसी ट्रैप में फंसे हैं जहां सभी फंसे हैं. आपने भी लाखों बार कहा है. मैं बस डील डन करना चाहता हैं. सिक्योरिटी तो बहुत आसान है. ये तो समस्या का बस दो फीसदी है. मुझे सिक्योरिटी की कोई चिंता नहीं है."

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.








