
'NDA परिवार में आपका स्वागत है...', जीतनराम मांझी ने चंपई सोरेन के लिए किया पोस्ट
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चंपई सोरेन ने अपने X हैंडल पर लिखे एक लंबे चौड़े पोस्ट में इस बात के संकेत दिए हैं कि वह जल्द ही झामुमो छोड़ देंगे. इस बीच जीतनराम मांझी ने एनडीए परिवार में उनका स्वागत किया है.
झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की संभावना है. अपने X हैंडल पर लिखे एक लंबे चौड़े पोस्ट में चंपई सोरेन ने इसके संकेत दिए हैं कि वह जल्द ही झामुमो छोड़ देंगे. इस बीच केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके लगभग इस बात की पुष्टि कर दी है कि चंपई सोरेन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा बनने जा रहे हैं.
जीतनराम मांझी ने चंपई सोरेन को टैग करते हुए X पर एक पोस्ट में लिखा, 'चंपई दा आप टाइगर थे, टाइगर हैं और टाइगर रहेंगे. NDA परिवार में आपका स्वागत है. जोहार टाइगर.' बता दें कि मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस में शामिल है. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में जीतन राम मांझी एमएसएमई मंत्री हैं. बता दें कि बिहार से अलग होकर एक अलग झारखंड राज्य के निर्माण में अपनी भूमिका के लिए चंपई सोरेन को 'टाइगर ऑफ कोल्हान' के नाम से जाना जाता है.
इन अटकलों के बीच कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं, चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबी पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने काफी 'आत्म-चिंतन' के बाद अपने भविष्य के लिए तीन संभावित विकल्पों के बारे में बात की. जेएमएम नेता ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंची और उन्हें पार्टी के अंदर अपनी भूमिका को लेकर कड़वा अनुभव मिला, जिसने उन्हें वैकल्पिक रास्ता तलाशने के लिए मजबूर किया.
चंपई सोरेन ने यह पोस्ट दिल्ली पहुंचने के तुरंत बाद किया, जिससे उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को और बल मिला. उन्होंने आरोप लगाया कि जुलाई के पहले सप्ताह में उनके सभी सरकारी कार्यक्रम उनकी जानकारी के बिना पार्टी नेतृत्व द्वारा अचानक रद्द कर दिए गए और तब वह मुख्यमंत्री पद पर थे. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, 'जब मैंने कार्यक्रम रद्द करने के कारणों के बारे में पूछा तो मुझे बताया गया कि 3 जुलाई को पार्टी विधायकों की बैठक है और मैं तब तक किसी भी सरकारी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकता.'

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