National Film Awards 67th Live: नेशनल अवॉर्ड में छाई सुशांत राजपूत की 'छिछोरे', मिला सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार
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67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सेरेमनी का आयोजन आज यानी सोमवार को हुआ. कोरोना वायरस महामारी के चलते यह सेरेमनी एक साल लेट हुई. हर साल 3 मई को होने वाली इस अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन नेशनल मीडिया सेंटर में हुआ, जहां पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की. सेरेमनी में 2019 में बनी फिल्मों के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई और हम आपको बता रहे हैं इसके विजेताओं के बारे में.
67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सेरेमनी का आयोजन आज यानी सोमवार को हुआ. कोरोना वायरस महामारी के चलते यह सेरेमनी एक साल लेट हुई. हर साल 3 मई को होने वाली इस अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन नेशनल मीडिया सेंटर में हुआ, जहां पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की. सेरेमनी में 2019 में बनी फिल्मों के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई और हम आपको बता रहे हैं इसके विजेताओं के बारे में. इस सेरेमनी में Central Board of Film Certification द्वारा 1 जनवरी 2019 से लेकर 31 दिसंबर 2019 तक सर्टिफाइड की गई फिल्मों को पुरस्कार वितरण के लिए एंट्री दी गई है. पुरस्कारों के लिए आखिरी एंट्री 17 फरवरी 2020 तक ही रखी गई थी. यह सेरेमनी 2020 में होनी थी, लेकिन उसके बजाए आज हो रही है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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